महासमुंद। जिले में गांजा तस्करी के मामले में पुलिस ने पूर्व विधायक किस्मत लाल नंद के दामाद सूर्यकांत नाग समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 20-21 दिसंबर की रात को एक इनोवा कार से 151 किलोग्राम गांजा बरामद किया था, लेकिन आरोपी पुलिस के रुकवाने पर कार छोड़कर फरार हो गए थे।
तस्करी का खुलासा
पुलिस की जांच में पता चला कि इनोवा कार पूर्व विधायक किस्मत लाल नंद के बेटे के नाम पर रजिस्टर्ड थी, जिसे सूर्यकांत नाग ने तस्करी के लिए इस्तेमाल किया। वह उड़ीसा से छत्तीसगढ़ गांजा लाने के लिए साथी के साथ मिलकर योजना बना रहा था। पुलिस के मुताबिक, सूर्यकांत नाग ने क्षमानिधी साहू की मदद से यह गांजा तस्करी की योजना बनाई थी। 20 दिसंबर को, क्षमानिधी ने छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा क्षेत्र में सूर्यकांत के वाहन की पायलटिंग की थी और इसके बदले सूर्यकांत ने उसे 5000 रुपये दिए थे।
गिरफ्तारी और कबूलनामा
26 दिसंबर को पुलिस ने सूर्यकांत नाग को उड़ीसा के बलांगीर जिले से गिरफ्तार किया। उसने गांजा तस्करी में शामिल होने की बात कबूल की और साथ ही क्षमानिधी साहू को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, सूर्यकांत नाग इससे पहले रायपुर के आमानाका थाना क्षेत्र में भी गांजा तस्करी के मामले में जेल जा चुका है।
कांग्रेस से निष्कासन और राजनीतिक पृष्ठभूमि
पूर्व विधायक किस्मत लाल नंद, जो पुलिस विभाग में डीएसपी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे और वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किए गए थे, ने 2018 में नौकरी छोड़ दी और कांग्रेस जॉइन की। पार्टी ने उन्हें सरायपाली से टिकट दिया, जहां उन्होंने 52 हजार से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। लेकिन 2023 में उन्हें कांग्रेस द्वारा टिकट नहीं दिया गया, जिसके बाद उन्होंने बगावत कर जोगी कांग्रेस जॉइन की और चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। इसके बाद उन्हें कांग्रेस से निष्काषित कर दिया गया। पुलिस ने मामले में अन्य आरोपियों और तस्करी नेटवर्क की जांच जारी रखी है।