रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में घुसपैठियों पर कार्रवाई को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में आने के बाद सरकार इस मामले में चुप रही है और अब उन्हें घुसपैठियों का मुद्दा चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है। बघेल ने कहा, “चुनाव के समय रोहिंग्या और घुसपैठियों की बात की जाती है, लेकिन अब सत्ता में आने के बाद एक साल तक इस पर ध्यान नहीं दिया गया। भाजपा लोगों की भावनाओं को भड़काने की कोशिश कर रही है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि इस मामले में एक RTI (सूचना का अधिकार) आवेदन भी डाला गया था, जिसमें रोहिंग्या का जिक्र नहीं था, और विभाग ने उत्तर दिया था कि जानकारी एकत्रित की जा रही है।
इस बयान पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि घुसपैठियों से संबंधित मुद्दा चुनावी राजनीति से जुड़ा नहीं है। यह एक सुरक्षा से जुड़ा मामला है। उन्होंने कहा, “संशयित व्यक्तियों पर कार्रवाई की जा रही है और कई लोग जेल में हैं। प्रिवेंटिव एक्शन लिया जा रहा है। बस्तर, कोंडागांव, बालोद, दुर्ग, राजनांदगांव, बलौदाबाजार और कवर्धा जैसे जिलों में कार्रवाई की गई है। जिन लोगों पर संदेह है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।” गृह मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस को इस मामले में पूरी जानकारी दी जा रही है और जिन लोगों को रहना है, वे पुलिस को सूचित करके ही वहां रह सकते हैं।