० मेहनती व्यक्ति को साधन व संसाधन नहीं, जज्बे की होती है दरकार
० स्टार सेलून में न जाकर नुक्कड़ वाले हीरा ठाकुर हजामत बनवाते हैं सांसद
(अर्जुन झा) जगदलपुर। सादगी और जज्बे का अनूठा संगम हमें नई दिल्ली में देखने को मिला है। सादगी एक छत्तीसगढ़िया सांसद की और जज्बा नई दिल्ली में नुक्कड़ पर सलून चलाने वाले युवक की।
ऐसे ही जज्बे से लबरेज हैं हमारे हीरा ठाकुर भाई। हीरा भाई युवा हैं और इनका खुद का सलून है। सलून ऐसा जो दिल्ली के नार्थ एवेन्यू के एक गार्डन में है, जहां लक्जरी कुर्सी तो नहीं लेकिन ईटों से बनी कुर्सी जरूर है, जो लग्जरी कुर्सी से भी कहीं ज्यादा कंफर्टेबल है और जहां राजनांदगांव के युवा सांसद संतोष पाण्डेय विगत पांच वर्षों से इनके नियमित ग्राहक के रूप में हजामात बनवाने और सेविंग कराने हीरा भाई सेलून में जाते हैं।
गजब बात यह कि सांसद संतोष पाण्डेय तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इंसपायर्ड हैं ही, हीरा ठाकुर भी मोदीजी के मुरीद हैं। हीरा ठाकुर मोदीजी के मिशन डिजिटल इंडिया को बढ़ावा भी दे रहे हैं। वे सिर्फ यूपीआई से पेमेंट लेते हैं। हीरा ठाकुर की इसी पहल ने सांसद संतोष पाण्डेय को उनका मुरीद बना दिया है। अगर कोई व्यक्ति पार्षद ही बन जाता है, उसके तेवर आसमान छूने लग जाते हैं, मगर छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से दूसरी दफे सांसद चुनकर आए संतोष पाण्डेय के तेवर ऐसे नहीं हैं। सादगी, सौम्यता और जमीन पर बने रहना उनकी पहचान हैं। सांसद संतोष पाण्डेय के पास किसी चीज की कमी नहीं है। वे चाहें, तो उनके घर में नाई आकर हजामत बना सकता है या फिर वे स्वयं किसी फाइव स्टार सलून की सेवा ले सकते हैं। मगर संस्कारधानी नांदगांव का संस्कार जो है, शिवनाथ नदी के पानी की तासीर जो है, वो भला कैसे कदम डगमगाने देंगे। लिहाजा सांसद संतोष पाण्डेय नुक्कड़ वाले हीरा ठाकुर के पास ही सेविंग कराने और हजामत बनवाने जाते हैं। आज भी जब लोकसभा की कार्यवाही स्थगित हुई तो सांसद संतोष पाण्डेय जा धमके हीरा ठाकुर के पास। उन्होंने हीरा ठाकुर से ढेर सारी बातें की। सांसद संतोष पाण्डेय बताते हैं कि हीरा भाई बहुत से युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं कि मेहनत करने के लिए आपको अवसर बहुत मिलते हैं बस यह जरुरी है कि आप उसे कैसे, कब और कहां चुनते व भुनाते हैं। सांसद संतोष पाण्डेय की यह सादगी और हीरा ठाकुर की लगन, जज्बा और मेहनत वास्तव में सराहनीय हैं।