दंतेवाड़ा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बस्तर दौरे के बीच नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए उत्पात मचाना जारी रखा है। कौशलनार में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बम के विस्फोट में एक 35 वर्षीय ग्रामीण महिला की मौत हो गई। वहीं, पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ‘लोन वर्राटू’ (घर वापसी अभियान) में बड़ी सफलता मिली है। पांच लाख की इनामी नक्सली और LOS कमांडर हड़मे ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।
आईईडी विस्फोट में महिला की मौत
बारसूर थाना क्षेत्र के कोहकाबेड़ा इलाके में नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर आईईडी की चपेट में आने से मनारु अकाली नामक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। घटना तब हुई जब महिला जंगल में लकड़ी बीनने गई थी। दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक गौरव रॉय ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह प्रेशर आईईडी था, जिसे नक्सलियों ने क्षेत्र में दहशत फैलाने के उद्देश्य से लगाया था।
पांच लाख की इनामी नक्सली ने किया सरेंडर
नक्सलियों के खिलाफ पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। दंतेवाड़ा में LOS कमांडर हड़मे, जो लंबे समय से नक्सल गतिविधियों में सक्रिय थी, ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया। हड़मे पर पांच लाख का इनाम था और वह कई हिंसक घटनाओं में शामिल रही है।
‘लोन वर्राटू’ अभियान की सफलता
‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत पुलिस नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने का मौका दे रही है। इस अभियान ने अब तक कई नक्सलियों को हथियार छोड़ने और सामान्य जीवन अपनाने के लिए प्रेरित किया है। हड़मे का सरेंडर इसी अभियान की एक और सफलता है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के दौरान हुई इन घटनाओं ने बस्तर क्षेत्र में नक्सल समस्या की गंभीरता को फिर से उजागर किया है। हालांकि, सरकार और पुलिस प्रशासन नक्सलियों के खिलाफ सख्त और ठोस कदम उठा रहे हैं।