कवर्धा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। एक खड़ी कार के कारण मुख्यमंत्री के काफिले को 10 मिनट तक रास्ते में रुकना पड़ा। ड्राइवर के गायब होने और पुलिस द्वारा रूट क्लियर न कर पाने के कारण मुख्यमंत्री को कार्यक्रम स्थल पर जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग अपनाना पड़ा।
क्या है मामला?
मुख्यमंत्री साय, विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी चंद्रशेखर वर्मा की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए कुसुमगटा गांव पहुंचे थे। यह गांव कवर्धा जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी की दूरी पर स्थित है। शादी समारोह से लौटते समय काफिले के रास्ते में एक कार खड़ी मिली।
कार का ड्राइवर मौके से गायब था, और पुलिस की टीम समय पर रूट साफ नहीं कर पाई। स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात जवानों ने गाड़ी को हटाने का प्रयास किया, लेकिन काफी समय लगने के कारण काफिले को वैकल्पिक मार्ग से कवर्धा के कार्यक्रम स्थल पहुंचना पड़ा।
डिप्टी सीएम भी थे मौजूद
काफिले में मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम विजय शर्मा भी मौजूद थे। इस घटनाक्रम के दौरान सुरक्षा में तैनात जवान और पुलिसकर्मी खासी मशक्कत करते नजर आए।
सुरक्षा में चूक पर सवाल
इस घटना ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- पुलिस का रूट क्लियर न कर पाना और समय पर उचित कदम न उठाना लापरवाही को दर्शाता है।
- इस दौरान मुख्यमंत्री के काफिले की सुरक्षा जोखिम में थी, क्योंकि खड़ी कार के आसपास का क्षेत्र असुरक्षित हो सकता था।