० नई रेल लाइनों के लिए सर्वे को मिल गई है मंजूरी
० सांसद कश्यप ने उठाई थी इन रेल लाइनों की मांग
० रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने संसद में दी जानकारी
(अर्जुन झा)जगदलपुर। सांसद महेश कश्यप ने बस्तर संभाग को बड़ी सौगात दिलाई है। संभाग रेल सेवाओं के मामले में जल्द समृद्ध होने वाला है। ट्रेन सेवाओं के विस्तार के साथ ही नई रेल लाइनें बिछाने की मंजूरी भी रेल मंत्रालय ने दे दी है। नई रेल लाइनें धमतरी से कोंडागांव व्हाया बांसकोट और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से बीजापुर होते हुए बचेली तक बिछाई जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि सांसद निर्वाचित होने के बाद से ही सांसद महेश कश्यप बस्तर संभाग में रेलवे नेटवर्क को मजबूत और जन सुविधा के अनुकूल बनवाने के प्रयास में लग गए थे। उन्होंने रायपुर को सीधे बस्तर संभाग से जोड़ने हेतु धमतरी से कोंडागांव व केशकाल तक और महाराष्ट्र एवं बस्तर को जोड़ने के लिए महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से बीजापुर, बचेली तक नई रेल लाइनें बिछाने तथा यात्री ट्रेन सेवाओं के विस्तार की मांग रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के समक्ष रखी थी। वर्तमान में जारी संसद के शीतकालीन सत्र में भी सांसद महेश कश्यप रेल मुद्दे को लेकर लोकसभा में फिर एक्शन मोड में नजर आए। सांसद महेश कश्यप ने रेल मंत्री से छत्तीसगढ़ और बस्तर से संबंधित रेल मसलों पर प्रश्न के जरिए जानकारी मांगी थी। लोकसभा की अपनी पहली पारी में ही बस्तर के रेल मुद्दे को सदन में उठाकर सुर्खियों में आए सांसद महेश कश्यप एकबार भी शीतकालीन सत्र में बस्तर के मुद्दे को लेकर सरकार के समक्ष लगातार प्रश्न उठाते आ रहे हैं। शीतकालीन सत्र के प्रथम दिन ही बस्तर सांसद महेश कश्यप ने कॉर्पोरेट मंत्री से सी- पेस की जानकारी मांगी थी। सत्र के दूसरे दिन 27 नवंबर को बस्तर सांसद ने एकबार फिर छत्तीसगढ़ और बस्तर से जुड़ी रेल सेवाओं पर रेल मंत्री से प्रश्न कर जानकारी मांगी। श्री कश्यप ने रेल मंत्री से जानकारी चाही कि 2014 से आज तक देश में विशेष रूप से छत्तीसगढ़ बस्तर संभाग में वर्षवार कितनी रेल पटेरिया बिछाई गईं और रेलगाड़िया शुरू की गईं?2014 से आज तक देशभर में विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के लिए कितनी नई रेल परियोजनाएं प्रस्तावित हैं और स्वीकृत परियोजनाओ की संख्या कितनी है तथा इसके लिए कितना बजट आवंटित किया गया है?
श्री कश्यप के प्रश्नों के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जो जानकारियां उपलब्ध कराई हैं, वे बस्तर के लिए बड़ी खुशखबरी है। रेल मंत्री ने बताया कि पिछले 10 वर्षो के दौरान देशभर में लगभग 2.32 लाख करोड़ रुपए की लागत की 19 हजार 748 कि.मी. कुल लंबाई वाली 309 परियोजनाएं नई लाइन, आमान परिवर्तन और दोहरीकरण की स्वीकृत की गई हैं। इनमें छत्तीसगढ़ में पूर्णतः या अंशतः पड़ने वाली 10,182 करोड़ रुपए की लागत 1,225 कि.मी. कूल लंबाई वाली परियोजनाएं नई लाइन, आमान परिवर्तन और दोहरीकरण की शामिल हैं।
बस्तर जिले से गुजरने वाली 235 किमी लंबी दल्ली राजहरा-रावघाट- जगदलपुर रेल लाइन परियोजना को दो चरणों में क्रमशः दल्ली राजहरा- रारावघाट 95 किमी और रावघाट- जगदलपुर 140 किमी में शुरू की गई है। पहले चरण के दल्ली राजहरा -रावघाट में 77 किमी. दल्ली राजहरा से ताड़ोकी तक को कमीशन कर लिया गया है और इस परियोजना पर 31 मार्च 2024 तक 1,028 करोड़ रुपए व्यय किए गए हैं। दूसरे चरण की रावघाट- जगदलपुर 140 किमी की विस्तृत परियोजना रपट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है। इसकी लागत 3,513.11 करोड़ रुपए है। इसके अलावा बस्तर मंडल में पूर्णतः व अंशतः पड़ने वाली नई रेल लाइन परियोजनाओं के लिए सर्वेक्षण स्वीकृत किए गए हैं। इनमें धमतरी- बांसकोट-कोंडागांव 183 किमी, गढ़चिरौली- बीजापुर-बचेली 490 किमी और कोठागुड़ेम-किरंदुल 180 किमी लंबी नई रेल लाइनें शामिल हैं। रेल मंत्री ने कहा कि चूंकि रेल नेटवर्क राज्य और जिले की सीमाओं के आर -पार फैला होता है। इसलिए गाड़ियों को ऐसी सीमाओं के आर-पार नेटवर्क की आवश्यकता के अनुसार चलाया जाता है। वर्ष 2014-15 से 2023-24 की अवधि के दौरान देश में 1931 गाड़ी सेवाएं आरंभ की गई हैं। इनमें बस्तर क्षेत्र में स्थित स्टेशनों को सेवित करने 15 अगस्त 2018 से आरंभ की गई 18513 व 18514 किरंदुल- विशाखापटनम एक्सप्रेस, 15जुलाई 2019 से आरंभ की गई 7882378816 दल्लीराझरा-केवटी डेमू, 8 जुलाई 2023 से आरंभ की गई 08834/08833 रायपुर- अंनतागढ़ डेमू ट्रेन शामिल हैं। इसके अलवा यात्रियों की आवश्यकताओं को पुरा करने के लिए निम्नलिखित सेवाएं बढाई गई हैं -78815/78818 रायपुर दुर्ग डेमू को गुदुम तक और उससे आगे भानुप्रतापपुर केवटी और अंतागढ़ तक बढ़ाया गया है। (i) 14 अप्रैल 2023 से 07823/ 08816 दल्लीराजहरा- केवटी डेमू को अंतागढ़ तक बढ़ाया गया। 4 अक्टूबर 2023 से 08834/08833 रायपुर- अंतागढ़ डेमू को ताड़ोकी तक बढ़ाया गया।