रायपुर। उप मुख्यमंत्री तथा विधि एवं विधाई कार्य मंत्री अरुण साव ने संविधान दिवस के अवसर पर नवा रायपुर स्थित हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एचएनएलयू) में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों को संबोधित किया और संविधान की महत्ता के साथ-साथ उसमें दिए गए कर्तव्यों के महत्व पर जोर दिया।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत का संविधान किसी भी ग्रंथ से कम नहीं है; यह हमारा सर्वोच्च ग्रंथ है। उन्होंने बताया कि संविधान की प्रस्तावना उसकी आत्मा है और इसका मूल तत्व उसी से स्पष्ट होता है। श्री साव ने छात्रों को संविधान की प्रस्तावना का पाठ कराया और इसके महत्व को समझाया।
उन्होंने इस अवसर पर ‘सीजी लर्न’ का लोगो भी लॉन्च किया। श्री साव ने कहा कि इस पहल से छत्तीसगढ़ में विधि क्षेत्र में नया आयाम स्थापित होगा। ‘सीजी लर्न’ से विधि की शिक्षा और शोध कार्यों को मजबूती मिलेगी। उन्होंने राज्य के विधि शिक्षण संस्थानों को आपस में संवाद करने की सलाह दी और कहा कि यह विद्यार्थियों के लिए लाभकारी होगा। जब सभी शिक्षण संस्थान मिलकर काम करेंगे, तो राज्य में विधि की शिक्षा नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगी और छत्तीसगढ़ का नाम देश में रोशन होगा।
कार्यक्रम में एचएनएलयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन, प्रो. योगेंद्र श्रीवास्तव, डॉ. एन.एल. मित्रा, डॉ. रणवीर सिंह और विपिन कुमार भी मौजूद थे।