रायपुर। राजधानी के थाना मंदिर हसौद में ग्राम सरपंच बाहनाकाडी द्वारा खदान पारा में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना दी गई। शव के पास खून के निशान देखे गए। इस पर पुलिस अधीक्षक रायपुर, डॉ. संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कीर्तन राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक माना, लम्बोदर पटेल, और थाना प्रभारी सचिन सिंह के नेतृत्व में एफएसएल टीम, डॉग स्क्वाड, और एआईसीसीयू ने घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया।
पुलिस ने शव की पहचान रमेश कोल (19 वर्ष), बघौर जिला सिधी निवासी के रूप में की, जो पास की दुबे गिट्टी खदान में हाईवा हेल्पर के रूप में काम करता था। तकनीकी साक्ष्य और मुखबिर की सूचना के आधार पर यह पता चला कि मृतक को किशन राजपूत, रोशन ध्रुव, और एक विधि से संघर्षरत बालक के साथ अंतिम बार देखा गया था।
यह भी पढ़े :- युवक की हत्या कर, शव झाड़ियों में छुपाया
तीनों आरोपियों से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि 25 नवम्बर 2024 की रात खदान पारा में वे और मृतक रमेश बैठे थे। रमेश ने किशन की महिला मित्र को गालियाँ दीं, जिससे किशन नाराज हो गया। विवाद बढ़ने के बाद, हाथापाई के दौरान पास में पड़ी लकड़ी की डंडी से रमेश के सिर पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। शव को बाद में घटनास्थल के पास झाड़ियों में छुपा दिया गया।
मृतक का मोबाइल फोन विधि से संघर्षरत बालक से बरामद कर लिया गया और घटना में प्रयुक्त लकड़ी की डंडी भी आरोपियों से मिली। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। इस कार्रवाई में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना मंदिर हसौद की टीम और एआईसीसीयू से उप निरीक्षक राजेन्द्र कवंर व उनकी टीम की भूमिका सराहनीय रही।