नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार, 25 नवंबर से शुरू हो गया। इस सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए उम्मीद जताई कि शीतकालीन सत्र का माहौल भी शांतिपूर्ण रहेगा। उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए संसद को हुडदंगबाजी से रोकने की कोशिश करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जनता ऐसे लोगों को पहचानती है और सजा देती है।
यह 26 दिवसीय सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें कुल 19 बैठकें होंगी। विपक्ष की ओर से मणिपुर और अडानी मामलों को लेकर सरकार को घेरने की योजना है। सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने कहा कि जिन लोगों को जनता ने 80 बार नकारा, वे संसद का काम रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
सत्र में एनडीए सरकार ने संसद से मंजूरी के लिए महत्वपूर्ण वक्फ संशोधन विधेयक समेत 16 अन्य विधेयकों को पेश करने की योजना बनाई है। विपक्ष के तेवर को देखते हुए यह उम्मीद जताई जा रही है कि शीतकालीन सत्र हंगामेदार हो सकता है।