0 सुकमा जिले के भेज्जी इलाके में हुई मुठभेड़
0 गृहमंत्री विजय शर्मा ने जवानों को दी बधाई
(अर्जुन झा) जगदलपुर। बस्तर संभाग में एंटी नक्सल मोर्चे पर पुलिस और सुरक्षा बलों ने फिर बड़ी कामयाबी हासिल की है। संभाग के सुकमा जिले की कोंटा तहसील के भेज्जी इलाके में नक्सलियों और जवानों के बीच शुक्रवार को सुबह बड़ी मुठभेड़ हो गई। खबरों के मुताबिक मुठभेड़ अभी भी चल रही है। पुलिस और सुरक्षा बलों ने मौके से दस नक्सलियों के शव और भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार बरामद किए हैं। और भी अनेक नक्सलियों के हताहत होने की संभावना जताई गई है। मुठभेड़ में 10 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि पुलिस के प्रेस नोट में की गई है।
मौक़े से जवानों ने तीन ऑटोमैटिक गन समेत कई हथियार भी बरामद किए हैं।पुलिस के प्रेस नोट के मुताबिक सुकमा जिले के कोंटा एवं किस्टाराम एरिया कमेटी के नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ऑपरेशन के लिए रवाना हुई थी। ऑपरेशन के दौरान भेज्जी थाना क्षेत्र के ग्राम कोराजुगुड़ा, दंतेसपुरम, नागाराम, भंडारपदर के जंगल-पहाड़ी में सुरक्षा बलों और नक्सलियों की मुठभेड़ हो गई। आज 11.30 बजे जारी इस प्रेस नोट में बताया गया है कि मुठभेड़ तब तक जारी थी। मुठभेड़ के बीच सर्चिंग में अब तक कुल 10 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। मौके से इंसास राइफल, एके-47 राइफल, एसएलआर राइफल समेत कई अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।पुलिस का मानना है कि इस मुठभेड़ में और भी अनेक नक्सली मारे गए हैं तथा कई नक्सली गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इलाके में सर्च अभियान जारी है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को उड़ीसा से शबरी नदी को पार कर छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे नक्सलियों के एक समूह से उड़ीसा के मलकानगिरी में उड़ीसा पुलिस की मुठभेड़ हुई थी। इस घटना के बाद सुकमा जिले में पुलिस और अन्य सुरक्षा बल अलर्ट मोड पर आ गए थे। ओड़िशा और सुकमा जिले के सीमावर्ती जंगलों में चौकसी बढ़ा दी गई थी।
यह जवानों भुजाओं की जीत: विजय शर्मा
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस बड़ी उपलब्धि पर कहा है कि सुकमा जिले के भेज्जी थाना क्षेत्र में आज पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने नक्सल विरोधी अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। इस मुठभेड़ में 10 नक्सलियों को मार गिराया गया है और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं। विजय शर्मा ने इस अभूतपूर्व सफलता के लिए बहादुर जवानों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षा बल अदम्य साहस और वीरता का परिचय देते हुए नक्सल मोर्चे पर लगातार सफलता अर्जित कर रहे हैं। अब बस्तर क्षेत्र में माओवाद अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि यह जीत जवानों के भुजाओं की ताकत की जीत है। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने भटके हुए लोगों से अपील की है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौट आएं और देश व प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि सरकार विकास और संवाद के माध्यम से नक्सलवाद का स्थायी समाधान सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। डिप्टी सीएम श्री शर्मा ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती के साथ लड़ाई लड़ी जा रही है। सुरक्षा के मोर्चे पर हमारी सरकार ने एंटी नक्सल ऑपरेशन में बड़ी सफलता हासिल की है। पिछले 11 महीने में 210 से अधिक नक्सली मारे गए हैं, 800 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है तथा 900 से अधिक नक्सलियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे के संकल्प की दिशा में हमारी सरकार कदम बढ़ा रही है। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार राज्य में सुरक्षा और विकास के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ सरकार को नक्सलवाद के खिलाफ हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार में नियद नेल्लानार योजना से बस्तर में बदलाव की शुरुआत हो गई है। बिजली, पानी, राशन, अस्पताल, स्कूल, आंगनबाड़ी जैसे तमाम सुविधाएं अब उन क्षेत्रों में मिलने लगी है और उन गावों के युवा खिलाड़ी बस्तर ओलंपिक में भयमुक्त होकर अपनी खेल प्रतिभा को दिखा रहे हैं। बस्तर में खेल के माध्यम से सुखद बदलाव भी आया है।