0 समाज के प्रतिभाशाली और सहयोग करने वाले सामाजिक लोग हुए सम्मानित
रायपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज बलौदाबाजार के ग्राम सुहेला में आयोजित छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के 76 वें महाअधिवेशन में शामिल हुए। उन्होंने सबसे पहले समाज के पुरोधा विभूतियों के चित्रों पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना की उसके बाद ग्राम इकाई की महिलाओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री बघेल को छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से तौलकर उनका सम्मान किया। समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष श्री चोवा राम वर्मा व अर्जुनी राज प्रधान ने मुख्यमंत्री को पारंपरिक पगड़ी पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रमिक दिवस पर बोरे बासी दिवस के रूप में सभी ने बासी खाकर बता दिया कि हमने अपनी परंपराओं, रीति रिवाजों और संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखा है। छत्तीसगढ़ के किसान, गरीब और अन्य तबकों को ऊपर उठाने के लिए सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। 03 मई को अक्ति दिवस पर माटी की पूजा कर नयी फसल की तैयारी करना है। वर्तमान में जमीन की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने के लिए जैविक खाद को बढ़ावा देना है। जैविक खाद के उपयोग से धरती माता की सेवा के साथ-साथ खुद के स्वास्थ्य की भी रक्षा करें। समाज में शिक्षा के साथ संस्कार, परंपरा और संस्कृति को बनाये रखने की आवश्यकता है। छत्तीसगढ़ की अस्मिता और सम्मान के लिए सभी को मिलजुल कर कार्य करना होगा। मुख्यमंत्री ने समाज को ग्राम अर्जुनी में सामाजिक भवन के लिए चिन्हित भूमि के गाईडलाईन दर की 10 प्रतिशत राशि पर जमीन उपलब्ध कराने, सुहेला में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी विद्यालय, भाटापारा में मंगल भवन के लिए 20 लाख रुपए और सुहेला में मंगल भवन के लिए 30 लाख रुपए की स्वीकृति, नहर का कार्य यथाशीघ्र प्रारंभ कराने और प्रत्येक मंगलवार को सुहेला में जमीन पंजीयन का कार्य प्रारंभ कराने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने समाज के प्रतिभाशाली और सहयोग करने वाले सामाजिक बंधुओ और बहनों को सम्मानित किया। इसके साथ ही उन्होंने इस महाअधिवेशन में नव दांपत्य जीवन में प्रवेश करने वाले 14 जोड़ों को आशीर्वाद देकर उनके सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना की। इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक, पूर्व विधायक श्रीमती लक्ष्मी बघेल और श्री जनक राम वर्मा, जिला पंचायत बलौदाबाजार अध्यक्ष श्री राकेश वर्मा सहित समाज के लोग बडी संख्या में उपस्थित थे।