0 जिला अस्पताल में बीमार बच्चों का ईलाज जारी
(अर्जुन झा)बकावंड। बस्तर जिले के आश्रम, छात्रावासों में फूड पॉयजनिंग और बच्चों की अकाल मौत की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बकावंड विकासखंड के कोलावल स्थित कन्या आश्रम छात्रावास की एक छात्रा की अज्ञात बीमारी से मौत हो गई। वहीं करीब दस और बच्चे इस बीमारी से ग्रसित हैं। सभी बीमार बच्चों को जगदलपुर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। इस घटना से हड़कंप मच गया है।
रविवार को दोपहर समकोलावत कन्या आश्रम में अध्ययनरत 5वीं कक्षा की 11 वर्षीया छात्रा अंजना कश्यप पिता मंगल कश्यप की अचानक तबीयत बिगड़ने से उपचार के दौरान मौत हो गई। डॉक्टरों ने तेज बुखार या किसी वायरस इंफेक्शन से बच्ची की मौत होने की आशंका जाहिर है। छात्रा को शनिवार के दिन सिरदर्द की शिकायत होने पर उसे उपचार के लिए पास के अस्पताल में ले जाया गया था। जहां सिरदर्द की दवा दी गई थी। फिलहाल मौत का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। कोलावल के बालिका आश्रम में अचानक से दो दिन पहले फैली बीमारी ने वहां पढ़ रहे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाला है। आश्रम के करीब 10 बच्चे बीमार हो गए हैं। बच्चों को उपचार के लिए आयुष केंद्र ले जाया गया। जहां सामान्य बीमारी समझ उपचार के बाद वापस आश्रम ले गए। लेकिन रविवार को ज्यादा स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें सीएचसी ले जाया गया। उससे पहले ही एक बच्ची ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद आश्रम में हड़कंप मच गया और बीमार बच्चों को बेहतर उपचार के लिए 108 एम्बुलेंस के माध्यम से सीएचसी बकावंड लाया गया। जहां से उन्हें 108 वाहन के माध्यम से ही जगदलपुर अस्पताल भेज दिया गया। आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त गणेश सोरी ने बताया कि कोलावल स्थित बालिका आश्रम में पढ़ने वाले बच्चे दो दिन पहले से तेज बुखार व सिर में दर्द होने की शिकायत कर रहे थे। जिसके बाद आश्रम की अधीक्षिका ने उन बच्चों को गांव के ही आयुष केंद्र में डॉक्टर दास से उपचार के लिए भेजा था। उपचार के बाद बच्चों को सामान्य बीमारी बताते हुए उन्हें दवा देकर वापस आश्रम भेज दिया गया। लेकिन रविवार की शाम से अचानक 8- 10 बच्चे बीमार हो गए। बताया जा रहा है कि बीमार बच्चों को पहले पीएचसी कोलावल लाया गया, जहां से उन्हें बेहतर उपचार के लिए जगदलपुर भेज दिया गया। सभी बीमार बच्चों का जगदलपुर के महारानी अस्पताल जिला चिकित्सालय में उपचार चल रहा है।
पूर्व जनपद अध्यक्ष पहुंचे आश्रम
पूर्व जनपद अध्यक्ष फरीस बेसरा ने मृत छात्रा के परिजनों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली और परिजनों को ढांढस बंधाया। श्री बेसरा आश्रम पहुंचे और घटना की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने मौत के कारणों की जांच संबंध में डाक्टरों से विस्तृत चर्चा की। श्री बेसरा ने बताया कि मौत किस कारण हुइई इसकी विस्तृत जांच कराई जाएगी। मृत छात्रा अंजना कश्यप पिता मंगलराम ग्राम पाथरी की निवासी थी। बच्ची को हाई ग्रेड फीवर की स्थिति में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोलावल लाया गया था। इलाज के दौरान हाई ग्रेड फीवर के कारण संभवतः सडन कार्डियक रेस्पिरेटरी अरेस्ट से बच्ची की मृत्यु हो गई । अस्पताल में बच्ची का डेंगू मलेरिया टेस्ट किया गया जो नेगेटिव पाया गया। ऐहतियात के तौर पर आसपास के अन्य लोगों व आश्रम के अन्य छात्राओं की भी जांच की गई। जिसमें सभी मलेरिया डेंगू नेगेटिव पाई गईं। ज़िला स्तरीय टीम से भी जांच कराई जा रही है। वर्तमान में स्थिति सामान्य है।
आश्रम अधीक्षिका का कथन
कोलावल कन्या आश्रम की अधीक्षिका दुलारी भास्कर ने बताया कि शनिवार को नाश्ता करने सभी बच्चे पहुंचे, मगर अंजना ने कहा कि मैं नाश्ता नहीं करूंगी अभी थोड़ा देर आराम करने दो। उसके बाद में 1 बजे भोजन के लिए अंजना को उठाने गई, तब उसकी स्थिति ज्यादा सीरियस होने के कारण तुरंत अस्पताल में एडमिट करवाया गया। थोड़ी देर के बाद बच्ची का देहांत हो गया । खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरीश मरकाम ने कहा कि मैंने बच्ची का चेकअप किया। उसने सिरदर्द की शिकायत की। सर दर्द का टेबलेट दिया था। स्थिति सुधरने पर वापस हॉस्टल भेज दिया था।
विधायक बघेल मर्माहत
बस्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक लखेश्वर बघेल अपने निर्वाचन क्षेत्र के ग्राम कोलावल के कन्या आश्रम में हुई घटना से मर्माहत हो उठे हैं। मासूम छात्रा अंजना कश्यप के आकस्मिक निधन और अन्य छात्राओं के बीमार हो जाने से दुखी विधायक लखेश्वर बघेल जानकारी मिलते ही पहले कोलावल पहुंचे। वहां उन्होंने उपस्थित कर्मचारियों से पूरी जानकारी ली। विधायक श्री बघेल ने बकावंड के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरीश मरकाम से भी छात्रा की मृत्यु के कारण और अन्य छात्राओं की बीमारी की वजह के बारे में पूछताछ की। इसके बाद विधायक लखेश्वर बघेल मृत छात्रा अंजना कश्यप के गृहग्राम पाथरी भी गए। वहां उन्होंने अंजना के पिता मंगलराम व अन्य परिजनों से मिलकर शोक संवेदना प्रकट की। श्री बघेल काफी देर तक मंगल के घर पर रुके रहे। वहां से लौटकर विधायक लखेश्वर बघेल जिला चिकित्सालय जगदलपुर गए, जहां उन्होंने बीमार छात्राओं से हालचाल पूछा और डॉक्टरों को सभी बच्चों का बेहतर ईलाज करने के लिए कहा।