0 आदिवासी समाज ने दी पाण्डेय को बिदाई
(अर्जुन झा) जगदलपुर। बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के कलेक्टर आईएएस अनुराग पांडे 31 अगस्त को सेवानिवृत हो गए। शांत स्वभाव वाले कलेक्टर श्री पाण्डेय मीडिया की सुर्खियों में तब आए थे, जब उन्होंने बीजापुर के एक भाजपा नेता को जमकर लताड़ लगा दी थी। भाजपा नेता और कलेक्टर के बीच हुई गर्मा गरम बहस का ऑडियो मीडिया में खूब चला था। श्री पाण्डेय को आदिवासी समाज ने भावभीनी बिदाई दी।
बीजापुर कलेक्टर अनुराग पाण्डेय 31 अगस्त को रिटायर हुए। उनके पिता स्वर्गीय मनहरण लाल पांडे मंत्री एवं सांसद रहे हैं। सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें अविस्मरणीय विदाई बीजापुर के आदिवासी समाज द्वारा दी गई। अमूमन शांतचित्त और मीडिया के कोलाहल से दूर रहने वाले सीनियर आईएएस अनुराग पाण्डेय मीडिया की सुर्खियों में तब अचानक आ गए थे, जब उन्होंने बीजापुर के एक विवादित भाजपा नेता अजय सिंह को फोन पर जमकर लताड़ लगा दी थी। मौसम के अनुकूल रंग बदलने वाले नेता अजय सिंह
पहले कांग्रेस में थे। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने उन्हें राज्य युवा आयोग का सदस्य बनाया था। कांग्रेस में रहते हुए भी बीजापुर के कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के खिलाफ लगातार बयानबाजी करने के कारण अजय सिंह को कांग्रेस से बेदखल कर दिया गया। इसके बाद बीजेपी से जुड़ गए अजय सिंह ने सीधे कलेक्टर से पंगा ले लिया। किसी ठेके के कार्य को लेकर अजय सिंह बीजापुर कलेक्टर से फोन पर धमकाने वाले अंदाज में बात करने लगे। कलेक्टर को बीजापुर से हटवाने तक की बात अजय सिंह कहने लगे थे। कलेक्टर पाण्डेय के धैर्य का बांध टूट गया और उन्होंने भी अजय सिंह को जमकर लताड़ लगाते हुए खूब खरी खोटी सुना डाली थी। दोनों के बीच हुई गर्मा गरम बहस का ऑडियो जमकर वायरल हुआ था। इसी बीच दो आदिवासी युवाओं को धमकाने और नाजायज मांग करते हुए उन्हें प्रताड़ित करने के आरोप भी अजय सिंह पर लगे। दोनों मामले पुलिस तक पहुंच गए, मगर अजय सिंह के सत्ताधारी दल से जुड़े रहने के कारण पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करने से बचती रही। इस मुद्दे को लेकर सर्व आदिवासी समाज जब सड़क पर उतर आया तब कहीं जाकर पुलिस ने अजय सिंह को गिरफ्तार किया। इसके बाद भाजपा ने भी अजय सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।