0 समर्पण करने वालों में 193 ईनामी नक्सली शामिल
0 दंतेवाड़ा जिले में फिर तीन नक्सलियों ने किया सरेंडर
(अर्जुन झा) जगदलपुर। छत्तीसगढ़ शासन की नक्सल पुनर्वास नीति और पुलिस की जन हितैषी पहल नक्सलियों और उनके सहयोगी ग्रामीणों को खूब पसंद आ रही है। पूरे बस्तर संभाग में नक्सलियों के आत्मसमर्पण का सिलसिला लगातार जारी है।अब तक हजारों नक्सली आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं। अकेले दंतेवाड़ा जिले में इस साल अब तक 864 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जिनमें 193 ईनामी नक्सली शामिल हैं। गुरुवार को फिर तीन नक्सलियों ने समर्पण किया।
बस्तर संभाग छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक नक्सल प्रभावित संभाग है। केंद्र और राज्य सरकार की विकासपरक और नक्सली व्यवस्थापन की नीतियों और कड़ाई के चलते नक्सल समस्या पर उल्लेखनीय नियंत्रण लगा है। नक्सलियों और उनके समर्थक ग्रामीणों का नक्सलवाद से लगातार मोहभंग हो रहा है। नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और नक्सल प्रभावित गांवों की बुनियादी सुविधाओं से लैस करने के लिए बस्तर संभाग के सभी जिलों में अलग अलग नाम से अभियान चलाया जा रहा है। दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू चलाया जा रहा है। इसका अर्थ है घर लौट आइए। लोन वर्राटू अभियान से प्रेरित होकर इस जिले में गुरुवार को फिर 3 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। ये नक्सली गंगालूर, भैरमगढ़ व कटेकल्याण एरिया कमेटी में सक्रिय रहे हैं। इनमें गंगालूर एरिया मेडिकल टीम पार्टी सदस्य सुरेश माड़वी पिता सन्नू, निवासी हुर्रेपाल हंड्रीपाल पारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर, फुलगट्टा पंचायत जनताना सरकार सदस्य व ग्राम दोर्रागुड़ा पंच कमेटी अध्यक्ष बचलू भोगाम पिता छन्नू निवासी दोर्रागुड़ा पटेलपारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर व ग्राम मार्जूम हुर्रापारा डीएकेएमएस सदस्य हिड़मा राम पोड़ियामी पिता बुधरा राम निवासी मार्जूम हुर्रापारा थाना कटेकल्याण जिला दंतेवाड़ा शामिल हैं। तीनों ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर करते हुए दंतेवाड़ा रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप, सीआरपीएफ डीआईजी राकेश कुमार, पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय, कमांडेंट 230वीं वाहिनी सीआरपीएफ अनिल कुमार प्रसाद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला, द्वितीय कमान अधिकारी 230वीं वाहिनी सीआरपीएफ अनिल शेखावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा रामकुमार बर्मन व अन्य अफसरों के समक्ष डीआरजी कार्यालय दंतेवाड़ा में आत्मसमर्पण किया। उन्हें आत्मसमर्पण कराने में आसूचना शाखा 230वीं वाहिनी सीआरपीएफ, डीआरजी एवं बस्तर फाईटर दंतेवाड़ा का विशेष योगदान रहा। तीनों आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रूपए की सहायता राशि दी गई तथा के छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अन्य सुविधायें मुहैया कराई जाएगी। लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक जिले में 193 ईनामी सहित कुल 864 नक्सली आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।