0 उजाड़ हो गए गोठान, डूब गए जनता के टैक्स के करोड़ों रुपए
0 289 गोठानों में 4 हजार महिलाएं हुई लाभान्वित
(अर्जुन झा) जगदलपुर। एक तरफ जहां भाजपा पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर गोबर और गोठान घोटाले का आरोप लगाती रही है, वहीं दूसरी ओर गोठान योजना बंद हो जाने के बाद भी बस्तर जिले के तोकापाल में आज भी 13 गोठान चलने का दावा सरकारी तौर पर किया जा रहा है।
पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान करोड़ों रुपए फूंक कर बनाए गए गोठान प्रशासनिक उदासीनता कहें या ग्रामीणों की जागरूकता की कमी, अब बंद हो गए हैं। साथ ही रोचक तथ्य भी सामने आया है कि तोकापाल जनपद पंचायत क्षेत्र में अभी भी 13 गोठानें चलने का दावा किया जा रहा है। इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बस्तर जिला पंचायत सिर्फ कागजों पर गोठान योजना को जिंदा रखे हुए है, जिसका जमीन स्तर पर कोई वजूद ही नहीं है। प्रशासनिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बस्तर संभाग के सभी सातों जिलों में मार्च 2023 की स्थिति में कुल 1241 गोठान थे। जहां महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं स्वरोजगार, कुटीर उद्योग अथवा लघु व्यवसाय से जुड़ी थीं। वहीं बस्तर जिले के सात विकास खंडों व दो नगरीय निकायों के 289 गोठानों की 513 महिला स्व सहायता समूह से जुड़ी 3 हजार 987 महिलाएं लाभान्वित होती रहीं। अब ये गोठान उजाड़ हो गए हैं और करोड़ों रुपए जनता के डूब गए हैं।प्रशासनिक आंकड़ों पर गौर करें तो जगदलपुर जनपद पंचायत क्षेत्र में 44 गोठान बने थे, जहां 49 समूह जुड़े थे और 808 महिलाओं को लाभ मिल रहा था। बस्तर में 72 गोठान 85 महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से संचालित थे, जिसके तहत 935 महिलाएं लाभान्वित हुईं। बकावंड जनपद पंचायत क्षेत्र के 60 गोठानों को 66 महिला स्व सहायता समूहों ने संभाला और 692 को लगातार काम मिला।
लोहंडीगुड़ा जनपद के 30 गोठानों में 101 समूहों की 740 महिलाओं के काम करने की बात सामने आई है।तोकापाल जनपद पंचायत में 44 गोठानों को संभालने के लिए 53 महिला स्व सहायता समूह कार्यरत थे और इसमें 94 महिलाओं को काम मिला। तोकापाल जनपद पंचायत अभी भी दावा कर रही है कि 13 गोठानों में कार्य संचालित हैं। दरभा में 14 गोठानों के कार्य 17 स्व सहायता समूह के माध्यम से हो रहा था और 31 महिलाएं ही लाभान्वित हुईं। बास्तानार ब्लाक में 23 गोठानों में 4 महिला स्व सहायता समूहों के 374 महिलाओं को लाभ मिला। जगदलपुर नगरीय निकाय क्षेत्र के एक गोठान में 107 महिला स्व सहायता समूहों की 243 महिलाएं लाभान्वित हुईं, तो बस्तर नगर पंचायत क्षेत्र में 20 स्व सहायता समूहों ने काम संभाला।