रायपुर। एनआईसी छत्तीसगढ़ के डीआईओ के लिए दो दिवसीय तकनीकी विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन 21 और 22 अप्रैल 2022 को हुआ। मुख्य अतिथि डॉ के.पी.सिंह, सचिव, छत्तीसगढ़ शासन ने मां सरस्वती की वंदना व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर संजय कपूर (उप महानिदेशक और राज्य समन्वयक, एनआईसी नई दिल्ली), डॉ अशोक कुमार होता (राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी), टी.एन. सिंह (अतिरिक्त एसआईओ (राज्य), ए.के.सोमशेखर (अतिरिक्त एसआईओ (जिला)) और पी रामाराव (अतिरिक्त एसआईओ (जिला)) उपस्थित थे। कार्यक्रम में मासिक कार्य रिपोर्ट (एमडब्ल्यूआर) का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर डॉ. बी.के.मूर्ति, सीईओ, इनोवेशन सेल, आईआईटी भिलाई ने डिजिटल गवर्नेंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व को समझाते हुए तकनीकी सत्र की शुरुआत की, इसके बाद डॉ. गगन राज गुप्ता, एसोसिएट प्रोफेसर, आईआईटी भिलाई द्वारा डेटा एनालिटिक्स फॉर सिटीजन फ्रेंडली गवर्नेंस की जानकारी दी। तकनीकी सत्र मे डॉ. सुमीत गुप्ता, प्रोफेसर, आईटी और सिस्टम, आईआईएम-रायपुर ने सरकारी प्रणाली के लिए ब्लॉकचैन स्ट्रैटेजी के निर्माण की आवश्यकता के संबंध में बताया। कार्यक्रम में जिला सूचना विज्ञान अधिकारियों ने उभरती हुई प्रौद्योगिकी के उपयोगिता पर विचार व्यक्त किए। ए.के. सोमशेखर द्वारा निकलर और टेलीप्रैक्टिस पर प्रेजेंटेशन दिया एवं निकलर आधारित सॉफ्टवेयर इंजीनियरिग और उभरती प्रौद्योगिकियों पर क्विज आयोजित किया ।
22 अप्रैल को डॉ ए के होता, डीडीजी और एसआईओ, एनआईसी छत्तीसगढ़ द्वारा प्रभावी संचार पर और सुश्री ललिता वर्मा द्वारा सॉफ्टवेयर प्रबंधन गुणवत्ता पर विचार व्यक्त किए गए। उक्त 2 दिवसीय कार्यक्रम मानसिक स्वास्थ्य निदेशालय, छत्तीसगढ़ द्वारा तनाव प्रबंधन (गतिविधि आधारित) सत्र के गतिविधिओं के साथ सम्पन हुआ।