मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में से 5 के शव बरामद, बड़ी मात्रा में मिले हथियार भी

 

(अर्जुन झा)जगदलपुर। बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले के जंगलों में सुरक्षा बलों ने फिर कई नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गए नक्सलियों में से पांच के शव सुरक्षा बलों को मिल चुके हैं तथा भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं। इस मुठभेड़ में और भी कुछ नक्सलियों के हताहत होने की पूरी संभावना है। सुरक्षा बल के जवान अभी भी जंगलों में सर्चिंग कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार 30 जून को नारायणपुर जिले के कोहकामेटा एवं सोनपुर थानों तथा ईरकभट्ठी, मोहंदी व ढोढरीबेड़ा कैंपों से डीआरजी, बीएसएफ, एसटीएफ एवं आईटीबीपी की संयुक्त पार्टी गश्त सर्चिंग हेतु ग्राम हिकुलनार, घमंडी क्षेत्र की ओर रवाना हुई थी। संयुक्त अभियान के दौरान 2 जुलाई को लगभग 10ः30 बजे ग्राम हिकुलनार एवं घमंडी के बीच पुलिस पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। नक्सली जहां आधुनिक हथियारों से सुरक्षा बलों पर हमला कर रहे थे, वहीं सुरक्षा बलों के जवान भी पूरे जोश के साथ नक्सलियों पर गोलियां बरसा रहे थे।
मुठभेड़ पश्चात सुरक्षा बलों द्वारा घटना स्थल की सर्चिंग करने पर अब तक कुल 5 पुरुष माओवादियों के शव एवं 1 नग 303 रायफल, 3 नग 315 बोर रायफल, 2 नग मजल लोडिंग रायफल, बीजीएल लांचर सहित भारी मात्रा में हथियार व अन्य नक्सल सामग्री बरामद की गई है। नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा है कि इस मुठभेड़ में और भी बड़ी संख्या में माओवादियों के घायल होने और मारे जाने की प्रबल संभावना है। उप पुलिस महानिरीक्षक केएल ध्रुव ने बताया कि संयुक्त अभियान में दंतेवाडा डीआरजी, जगदलपुर डीआरजी, कोंडागांव डीआरजी, एसटीएफ व आईटीबीपी 53वीं वाहिनी एवं बीएसएफ 135वीं वाहिनी के बल शामिल रहे हैं।

6 माह में 136 नक्सली ढेर

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया है कि वर्ष 2024 में माओवादियों के विरूद्ध प्रभावी रूप से नक्सल विरोधी अभियान संचालित किए जाने के परिणाम स्वरूप बस्तर रेंज अंतर्गत अब तक कुल 136 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। 482 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है और 453 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। आईजी ने यह भी बताया गया है कि बस्तर रेंज में तैनात पुलिस एवं सुरक्षा बलों के सदस्यों द्वारा क्षेत्र की जनता की जान-माल की रक्षा हेतु सदैव तत्पर होकर माओवादियों के विरूद्ध प्रभावी रूप से कार्यवाही की जा रही है। इससे क्षेत्र की जनता को नक्सल गतिविधियोें से मुक्ति मिलने के साथ-साथ बस्तर को एक नई सकारात्मक पहचान मिल रही है। मप्राथमिक शिनाख्त की कार्यवाही के आधार पर मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों के सेंट्रल कमेटी सुरक्षा टीम के पीएलजीए कंपनी नंबर 1 का पाया गया l विस्तृत रूप से शिनाख्त की प्रक्रिया सुरक्षा बलों के कैंप वापसी उपरांत की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *