0 कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने उजागर किया सुशील आनंद का चरित्र
0 नारी सम्मान की मर्यादाओं को पार करने के लगाएं गम्भीर आरोप
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में कांग्रेस नेताओं का पार्टी से छोड़कर जाने का सिलसिला जारी है। इसी बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। इस बीच सोमवार को नई दिल्ली के प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए। उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाये हैं, जिससे कांग्रेस में हड़कंप मच गया है।
पत्रकार वार्ता में राधिका खेड़ा ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने अपने दो साथियों के साथ रायपुर के पार्टी कार्यालय में उनके साथ अभद्रता करने की कोशिश की। जब उन्होंने इसके बारे में पार्टी के शीर्ष नेताओं को जानकारी दी, तब आरोपी नेताओं के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। यहां तक कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और जयराम रमेश तक सबको इस आपत्तिजनक घटना के बारे में बताया गया, लेकिन आरोपी नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद हताश होकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
शराब का दिया ऑफर
राधिका खेड़ा ने बताया कि जब राहुल गांधी जी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे थे, मैं छत्तीसगढ़ में यात्रा की प्रभारी थी। उसी समय से मेरे साथ अभद्रता करने की कोशिश की गई थी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान मैं कोरबा में जिस होटल में ठहरी थी, सुशील आनंद शुक्ला मुझसे यह जानने की कोशिश करता था कि मैं होटल के किस कमरे में रुकी हुई हूं। मुझे शराब ऑफर की जाती थी। यह पूछा जाता था कि किस कमरे में रुकी हुई हूं और मुझे कौन सी शराब भेज दी जाए। इस घटना की दो लड़कियां गवाह भी हैं। लेकिन यह बेहद अपमानजनक और शर्मनाक था। इसके बारे में उस समय भी मैंने अपनी पार्टी के बड़े नेताओं को जानकारी दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लेकिन समझदारी बरतते हुए मैं उन नेताओं से दूरी बनाएं रखी थी।
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने नहीं की कोई कार्रवाई
मैंने हर बड़े नेता को इस घटना के बारे में बताया और कार्रवाई करने की मांग की थी। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, जयराम रमेश, पवन खेड़ा जैसे हर नेता से मैंने अपनी बात रखी। लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। यहां तक कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी सचिन पायलट से भी बात की, लेकिन किसी नेता ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्हें एक नोटिस तक नहीं दिया गया। पूरी पार्टी में केवल पवन खेड़ा एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने इस पर कार्रवाई करने की बात कही थी। इस घटना की जानकारी होने के बाद केवल उन्हीं का फोन मेरे पास आया था। लेकिन उनके हाथ में ज्यादा कुछ नहीं है। इसलिए वे चाहकर भी कुछ नहीं कर पाए।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल के आदमी हैं सुशील आनंद शुक्ला
खेड़ा ने कहा कि सुशील आनंद शुक्ला भूपेश बघेल के आदमी माने जाते हैं। उन्होंने ही सुशील आनंद शुक्ला को आगे बढ़ाया है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भूपेश बघेल ही सबसे ताकतवर आदमी हैं। यही कारण है कि सुशील आनंद शुक्ला के खिलाफ कोई कुछ नहीं बोला। मैंने खुद भूपेश बघेल को भी इसके बारे में पूरी जानकारी दी थी। पूरी शिकायत लिखकर देने के लिए तैयार थी। लेकिन मेरी बात नहीं सुनी गई। किसी ने उन अपराधियों के खिलाफ कुछ नहीं किया। दुर्भाग्य देखिए, इस घटना के बाद मेरे साथ न्याय होने की बात कौन कहे, उलटे मुझे ही परेशान किया जाने लगा। यहां तक कि मुझे मीडिया में बहस करने से जाने से भी रोका जाने लगा।