0 मनीष कुंजाम के बयान पर बिफरे कांग्रेस नेता जावेद
0 कांग्रेस को दोष न दें, खुद कुंजाम गंभीर नहीं : खान
जगदलपुर। बस्तर लोकसभा सीट का चुनाव निपटने के बाद अब इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों में वार पलटवार और आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इसकी शुरुआत की गठबंधन के घटक दल सीपीआई नेता मनीष कुंजाम ने। गठबंधन की एकजुटता को लेकर कुंजाम ने कांग्रेस को घेरा है। इस पर कांग्रेस नेता जावेद खान की बड़ी ही तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है।
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पीसीसी के बस्तर संभागीय प्रभारी प्रवक्ता जावेद खान ने मनीष कुंजाम के उस बयान की आलोचना करते हुए उन्हें आड़े हाथों लिया है जिसमें मनीष कुंजाम ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस पर आरोप लगाते कहा है कि छत्तीसगढ़ में इंडिया गठबंधन को मजबूत करने के प्रति कांग्रेस गंभीर नहीं है। जावेद खान ने कहा है कि एक तरफ तो मनीष कुंजन स्वयं यह बात स्वीकारते हैं कि कांग्रेस के टिकट की घोषणा के बाद बस्तर के वरिष्ठ आदिवासी नेता कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी कवासी लखमा उनसे स्वयं मिलने उनके निवास पर आए थे एवं उन्हें चुनाव में सहयोग करने का न्योता भी दिया और दूसरी तरफ कहते हैं कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस इंडिया गठबंधन को लेकर गंभीर नहीं है। उनके इस दोहरे चरित्र वाले बयान से यह स्पष्ट है कि गठबंधन धर्म का पालन किसने किया और किसने गठबंधन की शर्तों के खिलाफ जाकर कार्य किया। जावेद ने कहा कि असल में स्वयं मनीष कुंजाम ही नहीं चाहते थे कि उनके क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी एवं आदिवासी नेता कवासी लखमा को कांग्रेस चुनावी मैदान में उतारे, मनीष कुंजाम को डर था कि कवासी लखमा चुनाव लड़कर संसद बन गए तो क्षेत्र में मनीष कुंजन की दिन ब दिन गिरती साख और कमजोर हो जाएगी। मनीष कुंजाम स्वयं की राजनीति खतरे में पड़ती देख और क्षेत्र में कवासी लखमा का बढ़ते जनाधार को देख खुद को इंडिया गठबंधन से दूर किया और अपनी पार्टी सीपीआई को भी भ्रमित किया है। मनीष कुंजाम ने न तो गठबंधन धर्म का पालन किया न ही कांग्रेस को चुनाव में किसी तरह का सहयोग दिया। गठबंधन की शर्तों को ठुकराते हुए बस्तर लोकसभा सीट में अपना प्रत्याशी उतारकर कांग्रेस एवं गठबंधन को कमजोर करने का कार्य तथा। आज जब बस्तर लोकसभा में मतदान संपन्न हो गए हैं और बस्तर की जनता का आशीर्वाद कांग्रेस एवं इंडिया गठबंधन को मिलता दिख रहा है तब मनीष कुंजाम को गठबंधन की याद आ रही है। वे स्वयं का बचाव करने इस तरह की बयानबाजी वे कर रहे।