0 सड़क से सदन तक सांसद बैज के संघर्ष का बस्तर को मिलने लगा लाभ
(अर्जुन झा)
जगदलपुर। बस्तर सांसद दीपक बैज द्वारा सड़क से संसद के सदन तक बस्तर के हक में किये जा रहे संघर्ष का लाभ बस्तर को मिलने लगा है। यह सांसद दीपक बैज की ही मेहनत का सुफल है कि किरंदूल विशाखापत्तनम नाइट एक्सप्रेस अब रोजाना चलेगी। इस बारे में वाल्टेयर डी.आर.एम.अनूप अवस्थी ने सांसद दीपक बैज को लिखित जानकारी दी है।
विदित है कि सांसद दीपक बैज के लगातार प्रयासों का असर अब जमीनी स्तर पर दिखने लगा है। सांसद श्री बैज लगातार लोकसभा में रेल, सड़क, हवाई सेवा, एन एम डी सी जैसे मुद्दों को केंद्र सरकार के समक्ष सक्रियता के साथ रखते आए हैं। चाहे वो रेलवे के बजट की बात हो, शून्यकाल की बात हो, नियम 377 की बात हो या प्रश्नकाल के माध्यम से जनहित के मामले उठाने की, बस्तर सांसद श्री दीपक बैज लगातार बस्तर में रेल सुविधाओं के लिए लड़ते आ रहे हैं। विगत दिनों रेलवे स्टेशन में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर बस्तर की प्रमुख मांग समलेश्वरी एक्सप्रेस, किरंदुल से विशाखापत्तनम नाइट एक्सप्रेस व इसी तरह से अन्य ट्रेन जो कि कोरोना काल में बंद हो चुकी थीं, जिसकी वजह से जनता को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। काफी मशक्कत के बाद जब यह ट्रेन प्रारंभ हुई तो मात्र 2 दिन के परिचालन की अनुमति दी गई थी। इस ट्रेन को नियमित करवाने हेतु सांसद दीपक बैज के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने स्थानीय रेलवे स्टेशन में बस्तर की विभिन्न रेल सुविधाओं की मांगों को लेकर धरना दिया। सांकेतिक सत्याग्रह के दौरान ही सांसद दीपक बैज ने स्पष्ट कर दिया था कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो वृहद आंदोलन किया जायेगा। आज उसका असर सामने है कि बुधवार शाम से किरंदुल विशाखापत्तनम नाइट एक्सप्रेस का नियमित परिचालन सुनिश्चित हो गया। साथ ही अप्रैल माह के अंत तक बस्तर को विस्टाडोम कोच की भी सौगात मिलेगी। ट्रेन के साथ यह कोच अटैच हो कर आएगा। इससे बस्तर के पर्यटन को नई रफ्तार मिलेगी। साथ ही मेडिकल सुविधाओं के लिए मरीजों को विशाखापट्टनम जाने आने में राहत होगी।
बस्तर में आम तौर पर चर्चा होती है कि जब से दीपक बैज सांसद बने हैं तब से पहली बार बस्तर की आवाज दिल्ली में उठ रही है। उसी का परिणाम है कि इसका फायदा बस्तर को मिलने लगा है। इससे पहले के सांसदों की उदासीनता की वजह से बस्तर को उसका हक नहीं मिल रहा था। सांसद दीपक बैज रेल, सड़क, हवाई सेवा, एन.एम.डी.सी.और बस्तर की छोटी से बड़ी मांगों को लेकर संसद में आवाज बुलंद कर रहे हैं। वे आने वाले समय में भी बस्तर के मुद्दों को जोर शोर के साथ उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।