नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ किया गया है।यह भारत की सबसे महंगी ट्रेन है। 17 किलोमीटर का किराया 50 रूपये रखा गया है। दिल्ली से मेरठ तक चलने वाली रैपिड वंदे भारत एक्सप्रेस की लागत 30000 करोड रुपए प्रस्तावित है। दिल्ली से मेरठ की दूरी 82 किलोमीटर की है।अभी 17 किलोमीटर का ट्रैक तैयार हुआ है। 2025 तक दिल्ली से मेरठ की यात्रा संभव हो सकेगी। 2019 में इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को शुरू किया गया था। शहरी विकास मंत्रालय द्वारा जो डीपीआर बनाई गई है।उसके अनुसार इसमें 30000 करोड रुपए की लागत मे 82 किलोमीटर मार्ग में खर्च होना है। वंदे भारत एक्सप्रेस की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक की होगी। अभी जो मेट्रो ट्रेन या राजधानी एक्सप्रेस चल रही है।उनकी अधिकतम स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटे हैं। पहले इसका किराया 2 रू. प्रति किलोमीटर अनुमानित था। लागत बढ़ने से इसे 3 रू. प्रति किलोमीटर किया गया है। रैपिड रेल परियोजना की लागत 370 करोड रुपए प्रति किलोमीटर है।इस ट्रेन की लागत और किराया दोनों ही बहुत ज्यादा है। इस ट्रेन में आम आदमी का सफर कर पाना शायद मुश्किल होगा।
शहरी विकास मंत्रालय द्वारा इस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया है। इसमें केंद्र सरकार का हिस्सा 20 फ़ीसदी है। उत्तर प्रदेश सरकार का हिस्सा 16 फ़ीसदी है। चार फ़ीसदी हिस्सा दिल्ली सरकार का है। शेष 60 फ़ीसदी लागत वित्तीय संस्थानों से ऋण लेकर रैपिड ट्रेन प्रोजेक्ट को पूरा किया जा रहा है।वित्तीय संस्था एडीबी से अभी ऋण लिया गया है। इसके ब्याज और किस्त का भुगतान भी सरकार को करना पड़ेगा। राष्ट्रीय राजधानी परियोजना के अंतर्गत इस परियोजना को पूरा किया जा रहा है। भारत की अभी तक की यह सबसे महंगी परियोजना है। इसका मकसद राजधानी से आसपास के इलाकों में आवाजाही को तेज गति से बढाना है। केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता इंफ्रास्ट्रक्चर पर है।