0 कुछ कहा भी न जाए, चुप रहा भी न जाए
(अर्जुन झा) रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया पूरी होने और दिल्ली में केंद्रीय चुनाव कमेटी की मुहर लग जाने की खबरों के बीच यह एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो बहुत कुछ कह रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद दीपक बैज के दिल्ली दौरे के वक्त की यह तस्वीर इशारा कर रही है कि मुस्कान का अर्थ क्या है? एक तो भारी मंथन के बाद कांग्रेस ने सभी सीटों पर सिंगल नाम तय कर लिए। इस पर केंद्रीय नेतृत्व भी संतुष्ट है। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के साथ कांग्रेस के संगठन और प्रशासन महामंत्री मलकीत सिंह गैन्दू कदम कदम पर अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करते रहे हैं। चुनाव के समय संगठन का सबसे बड़ा काम हजारों दावेदार में से उम्मीदवार चुनना ही होता है। हर बात पर बारीकी से ध्यान देना होता है। कांग्रेस ने यह जटिल काम निबटा लिया है तो इसकी स्वाभाविक खुशी इन तीन चेहरों पर दिखनी ही है। एक खास बात यह भी है कि कांग्रेस के सबसे वजनदार महामंत्री गैन्दू मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ दोनों के ही वफादार सिपाही हैं। वे बस्तर से हैं और वह भी बस्तर संभाग की इकलौती विधानसभा सीट जगदलपुर से हैं। वे इंद्रावती विकास प्राधिकरण के ओहदेदार भी हैं और जगदलपुर सीट से उनकी दावेदारी जबरदस्त तरीके से उभरी है। भाजपा ने जगदलपुर में प्रत्याशी बदल दिया है और कांग्रेस में मौजूदा विधायक रेखचंद जैन के अलावा कई दावेदार सामने आए। मगर पहले दौर से ही यह माना जा रहा है कि विधायक को टिकट नहीं मिली तो गैन्दू की लॉटरी खुलेगी। बाकी दावेदार कट छंट गए थे। अब दिल्ली में सारा कुछ हो चुका है। ऐलान ही बाकी है। क्या यह चमकदार मुस्कान यही इशारा कर रही है? गौरतलब है कि अभी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जब महिला सम्मेलन में आईं थीं तब उन्हें गैन्दू का परिचय झीरम कांड के चश्मदीद के तौर पर कराया गया था। प्रियंका ने जिस तरह गैन्दू से लंबी बातचीत की, वह बस्तर कांग्रेस में जिज्ञासा का विषय बन गई थी कि कुछ खास होने वाला है। अब कांग्रेस के प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद ऐसी खबरें सामने आई हैं कि सभी मंत्रियों के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की टिकट भी पक्की हो गई है। कई सारे विधायक रिपीट हो रहे हैं तो कुछ नए चेहरे भी सामने आएंगे यानी कुछ विधायकों की टिकट कटने वाली है। जगदलपुर सीट की बात करें तो यहां भारी कश्मकश की स्थिति रही है। आखिरी दौर तक उतार-चढ़ाव सामने आए हैं। अब आज यह जो तस्वीर सामने आई है, वह कई सारे संकेत दे रही है। इस तस्वीर को देखकर अंदाज लगाया जा सकता है कि बस्तर की इकलौती सामान्य सीट पर उलटफेर हो सकता है। यदि विधायक को दोहराया गया तो बात अलग है। अन्यथा मलकीत सिंह गेंदु जगदलपुर विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे।