0 ओबीसी आरक्षण पर खुलकर विरोध करने वाली कांग्रेस आज जातिगत जनगणना के लिए इतनी व्याकुल क्यों हो रही है? – भरत वर्मा
रायपुर। वरिष्ठ भाजपा नेता मोतीलाल साहू एवं भाजपा ओबीसी के प्रदेश अध्यक्ष भरत वर्मा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस की सरकार बनने पर जातिगत जनगणना कराए जाने के बयान पर तीखा पलटवार किया है। भाजपा नेता द्वय ने कहा कि कांग्रेस पांच साल तक छलती रही और जब चुनाव आया तो उन्हें पिछडा वर्ग की याद आने लगी । भाजपा नेता द्वय ने कहा कि कांग्रेस जातिगत जनगणना की बात इसलिए कह रही है ताकि वह ओबीसी वर्ग को फिर से गुमराह कर सके।
वरिष्ठ भाजपा नेता मोतीलाल साहू एवं भाजपा ओबीसी के प्रदेश अध्यक्ष भरत वर्मा ने कहा कि क्या कांग्रेस जाति की राजनीति में ही अपने लिए राजनीतिक मोक्ष तलाशने के लिए विवश हो चुकी है? 10 साल पहले तक जातिगत जनगणना और महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण पर खुलकर विरोध करने वाली कांग्रेस आज जब जातिगत जनगणना के लिए इतनी व्याकुल हो रही है तो फिर कांग्रेस को पहले देश को यह बताना होगा कि जातिगत जनगणना के पीछे उसका उद्देश्य क्या है, क्योंकि ओबीसी वर्ग को आरक्षण देने में 50 साल तक कांग्रेस ने रोड़े अटकाए रखा है। वह तो जनता पार्टी की सरकार ने 77 में मंडल कमीशन का गठन किया, जिसकी सिफारिश भी कांग्रेस ने लागू नहीं होने दी। भाजपा नेता द्वय ने कहा कि राहुल गांधी भूल जाते हैं कि लंबे समय तक देश में शासन करने के बावजूद पिछड़ा वर्ग के कल्याण व उत्थान के लिए कांग्रेस की सरकारों ने कुछ नहीं किया। पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार ने किया है और उन्हें संवैधानिक अधिकार भी प्रदान किया। देश को ओबीसी प्रधानमंत्री भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने दिया है।
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वरिष्ठ भाजपा नेता मोतीलाल साहू एवं भाजपा ओबीसी के प्रदेश अध्यक्ष भरत वर्मा ने कहा कि कांग्रेस का राजनीतिक चरित्र ही ऐसा रहा है कि वह सिर्फ ऐसे बिंदु तलाश करती है जिससे देश में विभेद उत्पन्न हो, क्योंकि पूरे देश में समाप्ति के कगार पर खड़ी कांग्रेस वेंटीलेटर पर साँसें गिनते अपने राजनीतिक वजूद के लिए कोई भी रास्ता इस्तेमाल करने से नहीं चूकना चाहती। भाजपा नेता द्वय ने कहा कि जैसे कांग्रेस पूरे देश में खत्म हो रही है, छत्तीसगढ़ में भी खत्म हो जाएगी क्योंकि एक तरफ उनके नेता जातिगत का जनगणना की बात करते हैं तो दूसरी तरफ उनके मुख्यमंत्री भूपेश इसी छत्तीसगढ़ में क्वांटीफाइवर डाटा आयोग की रिपोर्ट छिपाकर आरक्षण नहीं होने दे रहे हैं। एक ही मुद्दे पर एक ही दल के केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश सरकार के दोहरे नजरिए का इससे बड़ा शर्मनाक उदाहरण शायद ही कहीं और देखने को मिले। भाजपा नेता द्वय ने कहा कि यह कांग्रेस की राजनीतिक व वैचारिक दरिद्रता का परिचायक है।