0 भूपेश बघेल ने माता कौशल्या के मंदिर और राम वन गमन पथ का निर्माण शुरू किया
0 भाजपा ने हेमंत बिश्वशर्मा को जल आपूर्ति घोटाले का प्रमुख संदिग्ध माना था
0 छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर से असम की बेरोजगारी दर ढाई गुना ज्यादा
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वशर्मा भी मोदी, शाह, नड्डा की तरह ही जुमला बोलकर परिवर्तन यात्रा में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बड़ा सनातनी कौन हो सकता है, जो राम वन गमन पथ बना रहे है, माता कौशल्या की विश्व की एकलौती मंदिर का जीर्णोद्धार किया, कृष्ण कुंज बना रहे है और गौसेवा कर रहे है। हेमंत बिस्वशर्मा माता कौशल्या के मंदिर दर्शन करने क्यों नहीं गये? हेमंत बिस्वशर्मा ने सनातन धर्म के लिये असम में क्या काम किये है बतायें सिवाय भ्रामक और उलजूलूल बयान के अलावा। यह वही हेमंत बिस्वशर्मा है जिसे 2015 में भाजपा ने असम में कथित जल आपूर्ति घोटाले में प्रमुख संदिग्ध करार दिया था। हेमंत बिस्वशर्मा के खिलाफ शारदा चिटफंड घोटाले में भी सीबीआई जांच चल रही थी जो बीजेपी सदस्यता लेने के बाद रुक गई है। अभी हाल ही में हेमंत बिस्वशर्मा के धर्मपत्नी के ऊपर सरकारी जमीन की खरीदी करना और उसे जमीन में 10 करोड़ रुपए का अनुदान लेने का गंभीर आरोप लगा है? कोविड के दौरान पीपीई किट सप्लाई में भी गड़बड़ी करने का आरोप हेमंत बिस्वशर्मा के पत्नी के ऊपर लगा हुआ है? हेमंत बिस्वशर्मा की पत्नी ने सरकारी जमीन पर प्राइवेट स्कूल खोला है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार प्रदेश के किसानों को धान की कीमत 2660 रु. दी है, चालू खरीफ वर्ष में 20 क्विंटल धान लगभग 2800 रु प्रति क्विंटल की दर से खरीदी होगी। प्रदेश के 27 लाख किसानों को राजीव गांधी किसान योजना के माध्यम से 9000 रु. एवं 10000 रु. की प्रोत्साहन राशि दे रही है, जो असम के किसानों को नहीं मिल रहा है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के माध्यम से 25 लाख रुपये गंभीर बीमारी के इलाज के लिए दिया जाता है जो किसी भी भाजपा शासित राज्य में नहीं है। छत्तीसगढ़ में 5 लाख से अधिक लोगों को रोजगार स्वरोजगार और सरकारी नौकरी दिया गया है और अभी वर्तमान में 40000 से अधिक पदों पर सरकारी नौकरी की भर्तियां चल रही है जो किसी भी भाजपा शासित राज्य में नहीं है। छत्तीसगढ़ में 44 लाख बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल हाफ की सुविधा प्रदान की जा रही है। 6 लाख 50 हजार किसानों को 10200 करोड रुपए की बिजली निःशुल्क दी गई है, 19 लाख बीपीएल उपभोक्ताओं को प्रति माह 30 यूनिट बिजली निःशुल्क दी जा रही है। तेंदूपत्ता की कीमत ₹4000 प्रति बोरा दिया जा रहा है। 65 वनोपज की समर्थन मूल्य में खरीदी हो रही है। बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। ऐसी कोई योजना असम में नहीं चल रही है, असम के मुख्यमंत्री के पास प्रदेश की जनता को बताने कुछ भी नहीं है तो झूठे और थोथे आरोप लगाकर मीडिया में बने रहने की कोशिश किए हैं।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वशर्मा ने रोजगार देने के मामले में भी झूठ बोला है। अभी मात्र 22,000 पदों पर सरकारी भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई है, असम में बेरोजगारी दर छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर से ढाई गुना ज्यादा है। असम में किसानों की हालत खराब है। असम कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है, रोजगार के गंभीर संकट है।