0 शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और समृद्धि के साथ ही खेल और खिलाड़ीयों के फिटनेस, स्वस्थ, आहार और प्रशिक्षण की भी बेहतर व्यवस्था
रायपुर। भूपेश सरकार द्वारा राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खोलने के निर्णय तथा राज्य के अखाड़ों के संरक्षण और सहायता के लिए “बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना“ आरंभ करने की घोषणा का स्वागत करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि नाग पंचमी के अवसर पर प्राचीनतम खेलों में से एक, कुश्ती के संरक्षण और संवर्धन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सार्थक प्रयास प्रशंसनी है। विगत साढ़े 4 वर्षों में भूपेश सरकार ने खेल और खिलाड़ियों के लिए बेहतर संसाधन, प्रशिक्षण, फिटनेस, स्वस्थ और आहार की समुचित व्यवस्था की है। छत्तीसगढ़ में पहली बार खेल प्राधिकरण का गठन भी भूपेश सरकार में ही हुआ है। छत्तीसगढ़ के भीतरी 21 खेल अकादमी और दो पूर्णतः आवासीय खेल अकादमी संचालित है। कांग्रेस सरकार की पहली प्राथमिकता आम जनता की आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक समृद्धि रही है। सभी आयु वर्ग के लिए 16 तरह के पारंपरिक खेलों का समावेश कर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का सफल आयोजन संस्कृति के साथ ही खेलों के प्रति भूपेश सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। मलखम, एथलीट, कबड्डी, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल हॉकी के साथ ही अब कुश्ती के खेल में भी छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को निखारने और साबित करने का बेहतर अवसर मिलेगा।\
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प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि प्रदेश के खिलाड़ियों ने यह साबित किया है कि अवसर और संसाधन उपलब्ध हो तो छत्तीसगढ़ में प्रतिभा की कोई कमी नहीं। अबूझमाड़ के 3 खिलाड़ियों ने वर्ल्ड मलखम चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा, यहां के खिलाड़ी राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं को मिलाकर 200 से अधिक पदक जीत चुके हैं। हाल ही में राजनांदगांव की बेटी ज्ञानेश्वरी यादव ने कॉमनवेल्थ गेम में वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीता, एशियन गेम में सिल्वर। बिलासपुर के अमित कुमार ने यूथ एशिया चैंपियनशिप में ब्रांच मेडल प्राप्त कर छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है। छत्तीसगढ़ के अनेकों खिलाड़ीयों ने देश और दुनिया में कीर्तिमान स्थापित किए हैं। शतरंज और बैडमिंटन का अंतरराष्ट्रीय आयोजन भी छत्तीसगढ़ में संभव हो सका है। भूपेश सरकार ने विगत साढ़े चार वर्षों में खेल और खिलाड़ियों की सुविधा की दृष्टि से ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। जगदलपुर में 5 करोड़ की लागत से सिंथेटिक टर्फ फुटबॉल मैदान का निर्माण हुआ, 6 करोड़ 60 लाख की लागत से महासमुंद में सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक, कृषि महाविद्यालय रायपुर में 17.75 करोड़ की लागत से अंतर्राष्ट्रीय टेनिस अकादमी, खेल परिसर में सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण रनिंग ट्रेक फुटबॉल ग्राउंड बैडमिंटन कोर्ट जैसी सुविधाए मुहैया कराई गई है। राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खोलने और अखाड़ों के संरक्षण के फ़ैसले से आने वाले समय में छत्तीसगढ़ में पहलवानों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा साबित करने का अवसर मिलेगा। छत्तीसगढ़ बजरंग अखाड़ा प्रोत्साहन योजना मिल का पत्थर साबित होगा।