0 मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा प्रधानमंत्री को ट्रेन को सुचारू रूप से चलाने लिखे गए पत्र का कांग्रेस ने किया स्वागत
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा यात्री ट्रेनों को सुचारू रूप से नियमित चलाने के लिए प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र का कांग्रेस ने स्वागत किया प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रधानमंत्री के सामने निरंतर प्रदेश की जनता की समस्याओं को उठा रहे हैं राज्य के हक अधिकार को रख रहे है और एक मुखिया की जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे है। अभी वर्तमान में नियमित ट्रेनों के अचानक रद्द होने से रेल यात्रियों को हो रही असुविधा पर प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराये है मांग किये है कि प्रदेश से होकर गुजरने वाली सभी यात्री ट्रेन को सुचारू रूप से चलाया जाये। रेल मंत्रालय की मनमानी पर रोक पर लगे रेल यात्रियों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाये। रेल मंत्रालय के मनमानी के चलते प्रदेश के नागरिक तीर्थ यात्रा नहीं कर पा रहे छात्र पढ़ाई करने जाने एवं प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लेने से वंचित हो जाते हैं, एक राज्य से दूसरे राज्य जाने में व्यापारियों को समस्या होता है, लोग एक दूसरे के सुख दुख में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। गरीबों को यात्रा में बहुत भारी भरकम खर्च उठाना पड़ रहा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव जब रेल मंत्री से मिले तब उन्होंने प्रदेश के रेल यात्रियों को हो रही असुविधा के विषय में चर्चा क्यों नहीं किया। प्रदेश में भाजपा को 9 सांसद और एक राज्यसभा के सदस्य दिए हैं दुर्भाग्य की बात है। भाजपा के सांसद मोदी शाह के सामने खड़े होकर प्रदेश के किसान नौजवान रेलयात्री व्यापारी महिलाएं और छत्तीसगढ़ की हक अधिकार की बात को रखने से डरते हैं जो काम भाजपा के सांसदों को करना चाहिए वह काम भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी करते हैं। मुख्यमंत्री जब भी केन्द्र सरकार को पत्र लिखते है भाजपा के नेता विरोध करते है। भाजपा सांसदों का निष्क्रियता का ही दुष्परिणाम है कि लगातार केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव सौतेला व्यवहार कर रही है। भाजपा के सांसद मौन रहकर दलिय चाटुकारिता के चलते अपनी कुर्सी बचाने के लिए जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करते हैं। इसका जवाब भाजपा के 9 सांसदों को प्रदेश की जनता को देना होगा। रेल मंत्रालय मनमानी करते हुए अचानक छत्तीसगढ़ से होकर गुजरने वाली ट्रेनों को रद्द कर देते हैं जिसके चलते पहले से तयशुदा यात्रा कार्यक्रम को रद्द करना पड़ता है, पहले से आरक्षित टिकट रद्द कर दिया जाता है, इन सब विषयों को रेल मंत्री के आगे रखने के बजाय अरुण साव ने सिर्फ चाटुकारिता करते हुए आभार जताते है।