नई दिल्ली। सड़क पर निर्धारित गति से अधिक की स्पीड पर गाड़ी चलाने वालों को रोकने के लिए अब यातायात पुलिस ने नया फार्मूला निकाला है। यदि कोई निर्धारित स्पीड से तेज भागते हुए निकलेगा तो उसके फास्टैग एकाउंट से चालान काटा जाएगा। यह बात सही है कि भारत में सड़क और यातायात से जुड़े नियमों के उल्लंघन के मामले कुछ ज्यादा ही सामने आते हैं। इनमें से एक नियम का उल्लंघन सबसे ज्यादा होता है वह है स्पीडिंग, यानी तय सीमा से ज्यादा स्पीड में गाड़ी चलाना। ऐसे में मामलों से निपटना पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। अब पुलिस ने इससे निपटने के लिए नया तरीका इजात किया है। बैंगलोर और मैसूर एक्सप्रेस वे पर स्पीडिंग से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने वालों का फाइन अब सीधे उनके फास्टैग अकाउंट से कटेगा। इस 6 लेन स्ट्रेच एक्सप्रेस वे पर 100 किमी प्रति घंटा की स्पीड वैलिड है। इससे ज्यादा रफ्तार में गाड़ी चलाने वालों का अब चालान सीधे उनके फास्टैग अकाउंट से कटेगा। पुलिस की इस इस पहल का उद्देश्य रिस्पॉन्सिबल ड्राइविंग को बढ़ावा देना है। इस एक्सप्रेस वे पर बीते कुछ वक्त में एक्सिडेंट्स के मामले तेजी से बढ़े हैं। वर्तमान में फास्टैग के जरिए दिए गए फाइन्स एनएचएआई को भेजे जाते हैं। अब बैंगलोर पुलिस इन फंड्स को सीधे गवर्नमेंट ट्रेजरी में ट्रांसफर करेगी। फास्टैग खातों से सीधे जुर्माना काटने से मोटर चालकों और अधिकारियों दोनों के लिए ज्यादा आसानी हो जाएगी। इससे मैन्युअल जुर्माना वसूली की जरूरत खत्म हो जाएगी। यातायात की भीड़ को कम करता है और रोड सेफ्टी को भी बढ़ावा देता है। जुर्माने का सीधा असर उनके फास्टैग खातों पर पड़ने से, ड्राइवर ज्यादा सतर्क हो जाएंगे और स्पीड लिमिट का पालन करेंगे, जिससे सड़कें सुरक्षित होंगी।