रायपुर। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा द्वारा अलग अलग महामंत्री नियुक्त करने पर कहा है कि कांग्रेस के महामंत्रियों को अपने अपने पदनाम के साथ महामंत्री (मरकाम) और महामंत्री (सैलजा) लिखना चाहिए। कांग्रेस के महामंत्री असमंजस में हैं कि मरकाम द्वारा की गई नियुक्ति चलेगी या सैलजा की। कांग्रेस के कार्यकर्ता भ्रम में हैं कि जिन्हें मरकाम ने प्रभार सौंपा है, वे महामंत्री हैं या जिन्हें सैलजा ने प्रदेश अध्यक्ष को अपमानित करते हुए तैनात कर दिया है, वे महामंत्री हैं?
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा कि किसी भी संगठन में अध्यक्ष ही सर्वोपरि होता है। महामंत्रियों सहित कार्यकारिणी वही नियुक्त करता है और कार्यकारिणी अध्यक्ष के अधीन काम करती है। कांग्रेस एक अजूबा संगठन है, जहां अध्यक्ष केवल कठपुतली होता है। राष्ट्रीय स्तर पर मल्लिकार्जुन खड़गे सोनिया, राहुल, प्रियंका की कठपुतली हैं और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सूबेदार मोहन मरकाम के सिर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरदार बनकर बैठे हैं। जो थोड़ा सा परदा था, वह कांग्रेस की प्रभारी सैलजा ने हटा दिया है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और छत्तीसगढ़ की जनता को बता दिया गया है कि कांग्रेस में उसके अध्यक्ष की हैसियत ऑफिस बॉय से ज्यादा नहीं है। वह वही कर सकता है, जो उसे आदेश दिया जाये। मरकाम अपने संगठन में एक गिलास भी अपनी मर्जी से इधर उधर नहीं कर सकते।