0 झूठ की हान्डी बार-बार नहीं चढ़ती
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भिलाई का भाषण हमे भारतीय जनता पार्टी के पंरपरा के अनुरूप एक व्यर्थ प्रलाप के आलावा कुछ भी नहीं था। भारतीय जनता पार्टी के परंपरा के अनुसार झूठ बोलने में अपनी महारत को प्रदर्शित किया।
अमित शाह ने झूठ बोला है केन्द्र की सरकार ने किसानों को 74000 करोड़ रूपया दिया है। मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ के किसानों के लिये एक भी रूपया नहीं दिया है। सत्य तो ये है कि छत्तीसगढ़ के किसानों को केन्द्र सरकार द्वारा मिलने वाली सम्मान निधी जो की 6000 रू. प्रति कृषक है वह भी तीन किस्तो में मिलता है और तरह-तरह के बहाने से किसानों का नाम विलोपित करने का काम किया जाता है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि केन्द्र की सरकार कितनी संवेदन शील किसानों के प्रति उनके द्वारा तीन काले कानून है जिसे किसानों के भंयकर विरूद्ध के कारण केन्द्र सरकार को वापस लेना पड़ा। बेहयायी की हद तो तब हो गयी जब किसानों को खालिस्तानी पाकिस्तानी आंदोलन जिवी जैसे अपमान जनक शब्दो सें संबोधित किया। सड़को पर किले बिछाई गयी और हर संभव किसानों का मनोबल तोड़ने का प्रयास किया गया।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि यह भी झूठ है कि केन्द्र सरकार धान खरीदी करती है। वास्तविकता ये है धान खरीदी का काम छत्तीसगढ़ की सरकार मार्कफेड के माध्यम से करती है। बारदाना खरीदी से लेकर तोलाई परिवहन और कस्टम मिलिंग तक का काम राज्य सरकार करती है और जब चावल एफसीआई में जमा किया जाता है उसके उपरांत केन्द्र सरकार चावल की राशि राज्य सरकार को उपलब्ध कराती है। इस प्रक्रिया में बैंको का ब्याज और धान में होने वाली क्षति को छत्तीसगढ़ की सरकार वहन करती है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि यह भी झूठ है कि छत्तीसगढ़ की सरकार ने किसानों को 14 करोड़ रू. दिया है। भूपेश सरकार ने किसानों को 1.50 लाख करोड़ रू. दिया है। जबकि पिछले पांच सीजन की खरीदी में 25000 करोड़ रू. राजीव गांधी किसान न्याय योजना एवं 2018 के सीधी खरीदी को मिलाकर राज्य सरकार ने किसानों के खाते में भुगतान किया। इसके आलावा लगभग 95000 करोड़ रू. धान खरीदी का किसानों को उनके खाते में भुगतान किया गया। इस तरह से छत्तीसगढ़ सरकार ने माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के नेतृत्व में पिछले पांच सीजन में 1 लाख 50 हजार करोड़ का भुगतान सीधा-सीधा किसानों को किया है जो कि केन्द्र सरकार के तथा-कथित 74000 करोड़ से कही ज्यादा है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि केन्द्र की सरकार ने नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद डीजल के दाम, खाद के दाम और कीटनाशक दवाईयो के दाम में निरंतर वृद्धि की है जिसके परिणाम स्वरूप कृषि की लागत कई गुना बढ़ चुकी है। जबकि केन्द्र की सरकार ने समर्थन मूल्य ऊट के मुंह में जीरा की तरह बढ़ाया है। केन्द्र की मोदी सरकार किसान विरोधी है, कृषि विरोधी है और चंद उद्योगपतियों के हितो के लिये किसानों के हितो को बलि चढ़ा रही है।
काठ की हान्डी चुल्हे में एक बार चढ़ती है बार-बार नहीं। छत्तीसगढ़ के किसान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के किसान हितैषी चेहरे से अच्छी तरह वाकिफ हैं और केन्द्र के चंद उद्योगपतियों के तरफदार सरकार से अच्छी तरह परिचित है। अच्छा हो छत्तीसगढ़ में आके किसानों के सामने भारतीय जनता पार्टी के लोग झूठ न बोले।