0 भाजपा राज में सरकार से लेकर प्रशासन तक थी माफियाओं की पैठ
0 कमीशन और भ्रष्टाचार पर फोकस होती थी रमन राज की योजनाएं
रायपुर। राज्य में माफिया के पनपने के भाजपा नेता चंद्रशेखर साहू के आरोपो का जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि राज्य में माफिया के पैठ की शुरुआत भाजपा के राज में शुरू हुई थी जिस पर भाजपा सरकार के जाते ही लगाम भी लगाया जा चुका है। भाजपा के राज में एक नए किस्म के माफिया का उदय हो गया था जो सत्ता और प्रशासन को हथियार बना कर अपनी दादागिरी को कानून का आवरण डाल कर छुपाये रखता था। रमन राज में प्रत्येक जिले में विशेष सेल और क्राइम ब्रांच बनाकर प्रशासनिक आंतकवाद का गिरोह संचालित किया जाता था। दबावपूर्वक जमीन मकान खाली कराना, जमीन हड़प कर जबरिया कब्जा करना, खनन माफिया को संरक्षण देने का काम रमन सरकार के संरक्षण में होते रहे। रमन सिंह के कुशासन में रेत माफिया नागू चंद्राकर को दिये गये संरक्षण, समोदा घाट में दिन दहाड़े सरपंच की गोली मारकर की गयी हत्या को छत्तीसगढ़ की जनता भूली नहीं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही सारे माफियाओ का पतन शुरू हो गया है, चाहे प्रशासनिक आतंक फैलाने वाला प्रशासनिक माफिया हो या पुलिस आतंक फैलाने वाला माफिया हो या भाजपा द्वारा पोषित कोल और कबाड़ माफिया हो सभी के हौसले पस्त हो चुके है। अब राज्य में न कोई संविधानेत्तर शासक सुपर सीएम बचा है और न ही वर्दी का रौब दिखा कर ब्लैकमेलिंग करने वाला सुपरकॉप और न ही अपनी जमीनों के दाम बढ़ाने के लिए आम आदमी की जमीनो की खरीद बिक्री पर प्रतिबंध लगवाने वाला सरकार में दखल रखने वाला भू माफिया। राज्य में कानून के राज की स्थापना हो चुकी है ऐसे में वर्षो से छत्तीसगढ़ के संसाधनों और राज्य के प्रशासन को अपनी जागीर समझने वालों और छत्तीसगढ़ की सम्पदा को विदेशी लुटेरों के समान 15 वर्षो तक लूटने खसोटने वालो को पीड़ा होना स्वाभाविक है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता धनेन्द्र साहू के द्वारा उठाये गये मुद्दो को गलत प्रस्तुतीकरण कर चंद्रशेखर साहू अपनी राजनैतिक रोटी सेकना चाहते है। धनेन्द्र साहू जी ने अधिकारियों को कानून के पालन की नसीहत दी है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि मुद्दाविहीन भाजपा के पास कांग्रेस सरकार के खिलाफ नकारात्मक कहने को कुछ है नही खीझ में भाजपा नेता झूठे बयान दे रहे हैं। नान और धान के भ्रष्टाचार, अगस्ता और पनामा की कमीशनखोरी, प्रियदशर्नी महिला सहकारी बैंक और डीकेएस के घोटाले भी सर्वविदित है। केवल कमीशनखोरी के लालच में अनुपयोगी स्काई वॉक, घटिया मोबाईल, गुणवत्ताहीन एक्सप्रेस-वे रमन सरकार की प्राथमिकता हुआ करती थी। पन्द्रह सालो तक कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार करने वाली भाजपा की आदत वस्तुस्थिति को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करने की हो गयी है। राज्य में स्वच्छ और जवाबदेह प्रशासन देने को कांग्रेस का हर नेता प्रतिबद्ध है।