छत्तीसगढ़ सचमुच वह नहीं रहा, जो भाजपा ने गढ़ा था – रंजना

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता व विधायक रंजना साहू ने कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस प्रभारी ने कम से कम यह सच तो स्वीकार कर लें कि यह बस्तर, यह छत्तीसगढ़ अब वह बस्तर, वह छत्तीसगढ़ नहीं रहा। श्रीमती साहू ने कहा कि कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने अपने कुशासन के कार्यकाल में उस बस्तर और छत्तीसगढ़ को यकीनन तबाह कर दिया है, जिसकी समृद्धि और परस्पर सद्भाव के लिए देश भर में एक विशिष्ट पहचान भाजपा की पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार के 15 वर्षों के कार्यकाल में बनी थी। आज तो कांग्रेस ने ‘ईडी-सीडी’ वाला छत्तीसगढ़ गढ़ने का काम करके छत्तीसगढ़ को देश भर में शर्मसार ही किया है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि निश्चित ही वह बस्तर व छत्तीसगढ़ नहीं रह गया है, जहां भाजपा ने 15 वर्षों में कुपोषण को खत्म किया, स्वास्थ्य सुविधाओं का जाल बिछाया। आज छत्तीसगढ़ को कुपोषण व बेहतर इलाज के अभाव में आदिवासियों, किसानों के 25 हजार मासूम बच्चों की मौत का दर्द साल रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाकर बस्तर से लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में निरक्षरता व अशिक्षा का अभिशाप मिटाया। भारतीय जनता पार्टी ने 15 वर्षों में गरीबों को मुफ्त और रियायती कीमतों पर अनाज मुहैया कराया। लेकिन कांग्रेस सरकार ने कमीशन खोरी, भ्रष्टाचार और घोटालों के दलदल में छत्तीसगढ़ को कंगाल बनाकर धँसाने का काम किया है। कांग्रेस प्रभारी शैलजा इसी सच को मान रही हैं कि जो छत्तीसगढ़ और बस्तर भाजपा ने अपने शासनकाल में गढ़ा था, वह बस्तर, वह छत्तीसगढ़ नजर नहीं आ रहा है। श्रीमती साहू ने कहा कि एक रुपए की दर से प्रदेश के हर गरीब परिवार का पेट भरा गया, सुपोषण का स्वर्णकाल गढ़ा गया। आदिवासियों को शोषण से मुक्त कर उन्हें बेहतर जीवन यापन के अवसर भाजपा सरकार ने दिए। कांग्रेस के राज में जो नमक चिरौंजी के बदले मिलता था, वह शोषण की पराकाष्ठा थी, लेकिन भाजपा के शासनकाल में आदिवासी क्षेत्रों में नमक मुफ्त वितरित किया गया।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में छत्तीसगढ़ का सालाना बजट महज 6 हजार करोड़ रुपए का होता था जबकि भाजपा के शासनकाल में यही बजट 90 हजार करोड़ रुपए का हुआ। कांग्रेस के शासनकाल में किसानों से पाँच लाख मीटरिक टन धान खरीदा जाता था वह भाजपा शासनकाल के 15 वर्षों में 15 गुना बढ़ा। तब कांग्रेस की सरकार किसानों का धान खरीदते समय नाना प्रकार के हथकंडे अपनाती थी और कांग्रेस की मौजूदा प्रदेश सरकार भी धान खरीदी के नाम पर गिरदावरी और रकबा कटौती करके किसानों को परेरान कर रही है। श्रीमती साहू ने कहा कि कांग्रेस की पहली सरकार ने जैसा बदहाल छत्तीसगढ़ भाजपा को सौंपा था, कांग्रेस की मौजूदा सरकार ने उसे अब वापस उसी हाल में पहुँचा दिया है।

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