रायपुर। छत्तीसगढ़ मॉडल की धमक हिमांचल के बाद कर्नाटक में भी दिखी ।कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का छत्तीसगढ़ माडल देश के सामने एक नजीर बन कर उभरा है ।कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की योजनाओं को देश के विभिन्न राज्यो में होने वाले चुनावों के घोषणा पत्र में शामिल करती है और उन योजनाओं का छत्तीसगढ़ के लोगो के जीवन स्तर में पड़े प्रभाव को अपने चुनाव केम्पेन का हिस्सा भी बनाती है ।कांग्रेस को इस रणनीति का फायदा हिमांचल के साथ कर्नाटक में भी मिला ।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी सरकार की योजनाओं के बारे में कर्नाटक में प्रेस कांफ्रेंस ले कर वहाँ की जनता के सामने रखे थे।
कांग्रेस संचार प्रमुख़ सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस ने सरकार बनने पर पांच गारन्टी लागू करने का वायदा किया था इनमे 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त ,छत्तीसगढ़ के 400 यूनिट तक बिजली बिल हाफ योजना से प्रभावित थी इसी प्रकार कर्नाटक में छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी भत्ता नीति तथा कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन योजना को भी प्रमुख वायदों में शामिल किया गया ।किसानों की कर्जमाफी ,न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसी छत्तीसगढ़ की योजनाएं भी कांग्रेस के प्रचार का प्रमुख हिस्सा थी।इसके पहले हिमांचल के घोषणा पत्र में भी छत्तीसगढ़ की योजनाओं को व्यापक स्थान दिया गया था जिसका पार्टी को फायदा मिला था।हिमांचल में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कांग्रेस की सुक्खू सरकार ने छत्तीसगढ़ पर आधारित योजनाओ को लागू भी किया है।
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस का छत्तीसगढ़ की योजनाओं का अपने चुनाव प्रचार का हिस्सा बनाना स्वाभाविक है अब विपक्षी दलों की सरकारें भी इन योजनाओं की नकल करने से पीछे नही हट रही ।मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने छत्तीसगढ़ की गो धन न्याय योजना की तर्ज पर अपने यहां गोबर और गौ मूत्र खरीदना शुरू किया है ।गो धन न्याय योजना गोठान योजना का अध्यन करने उसे अपने यहा लागू करने 8 राज्यों की सरकारें अपना प्रतिनिधि मंडल भेज चुकी है तथा उसे अपने यहां लागू करने की दिशा में प्रयास रत है। मोदी सरकार के इस वर्ष के बजट में छग के गो धन न्याय योजना की तर्ज पर योजना के लिए वित्तीत प्रावधान किया गया है ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के चुनाव में छत्तीसगढ़ की गोठान योजना की तर्ज पर राज्य में आवारा पशुओं के प्रबन्धन के लिए योजना बनाने का वायदा किया था। भूपेश बघेल का छत्तीसगढ़ मॉडल देश के सामने एक समर्थ और विश्वसनीय मॉडल के रूप में सामने आया है।