रायपुर। तीन साल के मासूम सुभाष को पुलिस ने सकुशल बरामद कर 2 अंतर्राज्यीय अपहर्ताओं को देहरादून से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से वारदात से संबंधित नकदी 5 हजार रुपये, 2 मोबाइल फोन, वारदात के दौरान आरोपी द्वारा पहने गये शर्ट व टोपी तथा ट्रेन का टिकट जप्त किया गया है।
एसपी प्रशांत अग्रवाल ने घटना के संबंध में बताया कि बजरंग सोनवानी ने थाना सिविल लाइन में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 9 मार्च को वह अपने 3 वर्षीय पुत्र सुभाष सोनवानी के साथ रात्रि में राजेन्द्र नगर स्थित बूढ़ी माई मंदिर के पास रोड़ किनारे झोपडी में सोया था। किसी अज्ञात आरोपी उसके पुत्र सुभाष सोनवानी का अपहरण कर ले गया। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना सिविल लाइन में अपराध दर्ज किया गया।
अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी एवं अपहृत को छुड़ाने में लगी विशेष टीम द्वारा घटना स्थल जाकर निरीक्षण किया गया एवं अलग – अलग कार्य हेतु टीमों का गठन कर कार्य विभाजन किया गया। टीमों को सीसीटीव्ही फुटेज संग्रहण, तकनीकी विश्लेषण, अपहृत के संबंध में स्थानीय जानकारी एकत्रित करने सहित अन्य कार्यो में लगाया गया। फुटेज संग्रहण में लगी टीम को घटना स्थल पर एक दोपहिया वाहन में संदिग्ध का फुटेज प्राप्त होने पर वाहन के जाने वाले रास्तों में लगे कैमरों के फुटेजों को लगातार खंगालने के साथ ही रेलवे स्टेशन व टोल प्लाजा में लगे कैमरों के फुटेजों की भी जांच किया गया। श्री अग्रवाल ने बताया कि इस दौरान पुलिस को अज्ञात आरोपी के संबंध में महत्वपूर्ण सुराग मिला। फुटेज एवं तकनीकी विश्लेषण दोनों का मिलान करते हुए अंततः आरोपी की उपस्थिति उत्तराखण्ड़ के देहरादून में होना पाया गया।
जिसके बाद क्राइम एवं सायबर यूनिट के प्रभारी निरीक्षक गिरीश तिवारी के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम को देहरादून रवाना किया गया। टीम के सदस्यों ने देहरादून में स्थानीय पुलिस व स्थानीय लोगों को बिना भनक लगे अपने कार्य को अंजाम दिया जाने लगा तथा लगातार 2 दिनों तक देहरादून में कैम्प करते हुए अंततः प्रकरण के मुख्य आरोपी इरफान अहमद को गिरफ्तार कर अपहृत सुभाष सोनवानी को सकुशल मुक्त कराया गया।
पूछताछ में गिरफ्तार मुख्य आरोपी इरफान अहमद ने बताया कि देहरादून निवासी सलीम अहमद की तीन पुत्रीयां थीं तथा सलीम अहमद की पत्नी को डॉक्टर ने अगला बच्चा नहीं हो पाना बताया था परंतु सलीम अहमद एक लड़का चाहता था। उसने अपने परिचितों से कह रखा था कि जो भी उसको लड़का लाकर देगा, उसको वह जितना पैसा मांगेगा, देगा। इरफान अहमद सलीम का रिश्ते में साला लगता था, जिसे पैसे की आवश्यकता होने पर उसने अपनी पत्नी शबाना परवीन व साथी शेरखान उर्फ गुड्डू निवासी रविग्राम तेलीबांधा रायपुर के साथ मिलकर रायपुर से किसी छोटे बच्चे के अपहरण करने की योजना बना कर राजधानी रायपुर में बच्चे की तलाश करने लगे। इसी दौरान तीनों ने थाना सिविल लाइन क्षेत्रांतर्गत बूढ़ी माई मंदिर के पास झोपड़ी बनाकर रहने वाले लोगों के बच्चे को टारगेट किया तथा कुछ दिनों तक लगातार उस स्थान पर जाकर उस बच्चे को चुना, जिसका अपहरण करना था तथा मौका पाकर रात्रि में आरोपी इरफान अहमद एवं शेरखान उर्फ गुड्डू ने मोटर सायकल में जाकर सोते हालत में मासूम सुभाष सोनवानी का अपहरण कर लिया। आरोपी अपहृत सुभाष सोनवानी को ट्रेन से लेकर उ.प्र. के सहारनपुर गया जहां उसने अपहृत को आरोपी सलीम के सुपुर्द किया तथा सलीम से 50 हजार रुपये लिया। इसके पश्चात् इरफान अहमद अपने परिवार के साथ देहरादून चला गया तथा आरोपी सलीम भी अपहृत को लेकर देहरादून चला गया। मामले में मुख्य आरोपी इरफान अहमद तथा सलीम अहमद को गिरफ्तार किया गया है।