0 प्रदेश महामंत्री चौधरी ने कहा आरक्षण के नाम पर पैंतरेबाजी कर प्रतियोगी परीक्षा रोकना लाखों अभ्यर्थियों के साथ अन्याय
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा है कि राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा हाईकोर्ट में 10 प्रतियोगी परीक्षाओं पर स्थगन की बात स्वीकार करने के बाद यह बात आईने की तरह साफ हो गई है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने युवाओं को हताशा और निराशा के गर्त में धकेल दिया है। श्री चौधरी ने कहा कि आरक्षण के नाम पर राजनीतिक पैंतरेबाजी करके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की प्रतिभासंपन्न युवा शक्ति का मखौल उड़ाने का काम किया है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री चौधरी ने कहा है कि प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में 58 प्रतिशत आरक्षण के साथ छत्तीसगढ़ में युवाओं से संबंधित विभिन्न भर्ती परीक्षाएं व्यवस्थित ढंग से संचालित होती रही हैं, लेकिन प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, आरक्षण के नाम पर राजनीतिक पैंतरेबाजी का दौर शुरू हुआ है और आज स्थिति यह हो गई है की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाएं रोक दी गई है, स्थगन की स्थिति में हैं। श्री चौधरी ने कहा है कि राज्य लोक सेवा आयोग ने हाईकोर्ट में दस्तावेज प्रस्तुत किया है जिसमें 10 प्रतियोगी परीक्षाओं के स्टे होने की बात को स्वीकार किया गया है। आयोग द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज के अनुसार 6.68 लाख युवा अभ्यर्थी इन विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित हुए हैं। इन लाखों युवाओं के भविष्य को अंधकार में डालकर प्रदेश की बघेल सरकार पूरे प्रदेश की युवा शक्ति को, आने वाली पीढ़ी को हताशा व निराशा के गर्त मे धकेल रही है। श्री चौधरी ने कहा है कि छोटे-छोटे गांव से गरीब, किसान, मजदूर के परिवारों से जाने वाली युवा पीढ़ी के साथ इस तरह का अन्याय प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री बघेल अपनी राजनीतिक पैंतरेबाजियों के लिए न करें।