रायपुर। बस्तर संभाग के नारायणपुर में आदिवासियों पर हुए हमले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस राज में आदिवासियों का उत्पीड़न अपनी चरम सीमा को लांघ रहा है मतांतरण करने वालों के हौसले कांग्रेस सरकार के संरक्षण की वजह से इतने बुलंद हैं कि अब वो हिंसक हो चले हैं अब प्रदेश में धारदार हथियारों से हमला करके आदिवासियों को ईसाई मिशनरी द्वारा धर्मांतरण के लिए विवश किया जा रहा है। यह हालात इतिहास के पन्नों में काले अक्षरों में अंकित होंगे।
श्री साव ने कहा कि भाजपा लगातार कहती आई है कि कांग्रेस सरकार के संरक्षण में ही धर्मांतरण के कार्य चल रहे हैं। नारायणपुर में आदिवासियों पर हुआ हमला इस बात को फिर से प्रमाणित कर रहा है क्योंकि अब आदिवासियों को लाठी डंडे से पीटा जा रहा है, उनके साथ बर्बरता की जा रही है और सरकार धर्मांतरण करने वालों की रक्षक बनकर हमारे आदिवासी भाई बहनों को पीटते हुए देखकर मौन बैठी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में आम लोगों का जीना दूभर हो चुका है और अपराधियों की मौज है। सरकार लगातार हिंसा करने वालों पर कोई कार्यवाही नहीं करती। उनके पक्ष में बयान देती है। ऐसा पहले कहीं नहीं देखा गया कि आदिवासियों को धर्मांतरण करने वालों ने लाठी-डंडों से पीटा हो।कांग्रेस सरकार के रहते ही यह सभी कृत्य हो रहे हैं।
श्री साव ने कहा कि आदिवासियों का उत्पीड़न, उन्हें अपमानित करना कांग्रेस के राज में अब रोज का काम हो गया है। कांग्रेस के नेता आदिवासियों को जूठा चाटने वाला बताते हैं। मंत्री शिव डहरिया उन्हें पंचर बनाने की सलाह देते हैं और कांग्रेस राज में उन्हें अपना धर्म न छोड़ने पर लाठी-डंडों से पीटकर लहूलुहान कर दिया जाता है। यह हालात तालिबानी नहीं तो क्या है? छत्तीसगढ़ की शांत फिजा में जहर घोल कर कांग्रेस आदिवासियों की संस्कृति को नष्ट करने पर आमादा है। भाजपा सदैव आदिवासियों के स्वाभिमान, सम्मान और संस्कृति की रक्षा को तत्पर है और आदिवासियों पर, उनकी संस्कृति पर किसी भी प्रकार का प्रहार बर्दाश्त नहीं करेगी।
श्री साव ने कहा कि बस्तर में धर्मांतरण के खेल पर जब सुकमा एसपी ने चिट्ठी लिखी थी, तब राज्य सरकार उसे झुठला रही थी। अब उसी धर्मांतरण के लिए एसपी पर पथराव हुआ है,अब कांग्रेस क्या बोलेगी?