जबलपुर। बीती रात कुल्हाड़ी मारकर एक निर्दयी मामा ने भांजे की हत्या कर दी। मामले की शिकायत दर्ज कर पुलिस ने हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। थाना अधारताल में 12 नवंबर को रात्रि 9 बजे पन्नी मोहल्ला में एक युवक की हत्या होने की सूचना पर थाना प्रभारी अधारताल शैलेष मिश्रा हमराह स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। संजय कोल निवासी पन्नी मोहल्ला टावर के पास सुहागी ने बताया कि शाम 7 से रात 9 बजे के बीच उसके मोबाइल पर फोन आया कि पन्नी मोहल्ले में तुम्हारे छोटे भाई को किसी ने मार दिया है। वह तुरंत पन्नी मोहल्ला चौराहा पहुंचा जहां देखा कि उसका छोटा भाई दुर्गेश कोल चौराहा के पास रोड पर नाली किनारे औेंधा मृत पड़ा था। उसके भाई के सिर के ऊपर कुल्हाडी जैसे हथियार से मारने की चोट का निशान था तथा सिर एवं बदन से खून बह रहा था। पास में मोहल्ले के लोग खड़े थे। सभी ने बताया कि उसके मामा अशोक उर्फ बट्टी कोल ने उसके भाई दुर्गेश कोल के सिर पर कुल्हाड़ी से हमला करते हुये चोट पहुंचाकर हत्या कर दी है । उसके मामा अशोक उर्फ बट्टी ने यादव समाज की एक महिला को अपनी दासता पत्नी बनाकर रखा है जिस कारण हमारी बातचीत नहीं होती है। मामा की दासता पत्नी की लड़की हमारे घर आती जाती थी। जिससे उसके भाई दुर्गेश कोल की बातचीत होती थी, ये बात मामा को पसंद नहीं थी, बातचीत करने पर मामा दुर्गेश पर शंका करता था। यह बात मामा ने उसकी मां को भी पहले बतायी थी। तब उसकी मां ने मामा को समझाया था कि दुर्गेश के कोई गलत संबंध नहीं हैं, लेकिन मामा हमेशा उसके भाई दुर्गेश कोल पर शक करते हुये रंजिश रखता था। इसी बात को लेकर मामा अशोक उर्फ बट्टी कोल ने उसके भाई दुर्गेश कोल के सिर में कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी है।
मौके पर पहुंचे वरिष्ठ अधिकारियों एवं एफएसएल टीम की उपस्थिति में पंचनामा कार्यवाही कर शव को पीएम हेतु भिजवाते हुये धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किये जाने पर थाना प्रभारी अधारताल शैलेष मिश्रा के नेतृत्व में टीम गठित कर लगायी गयी।
टीम द्वारा सरगर्मी से तलाश करते हुये घेराबंदी कर खजुरी खिरिया बाईपास के पास से आरोपी मामा अशोक उर्फ बट्टी कोल उम्र 30 वर्ष निवासी इन्द्रनगर सुहागी को अभिरक्षा में लेते हुये घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी की बरामदगी के प्रयास जारी हैं। आरोपी को 24 घंटे के अंदर सरगर्मी से तलाश कर पकड़ने में थाना प्रभारी अधारताल शैलेष मिश्रा के नेतृत्व में उप निरीक्षक अनिल कुमार, सहायक उप निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह, मोहन तिवारी, प्रधान आरक्षक हितेन्द्र रावत, मोहन सिंह, विश्वजीत गौतम, आरक्षक रीतेश शुक्ला, इंद्रजीत यादव, मुनीश, आशीष श्रीवास्तव, इंद्रकुमार की अहम भूमिका रही।