0 छत्तीसगढ़ में लगातार ट्रेन रद्द करने पर अनूठा विरोध
रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगातार ट्रेनें रद्द किये जाने के कारण आम जनता को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यह मुद्दा प्रभावी ढंग से उठा रहे हैं और अब कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रेनें रद्द होने का अनूठा विरोध दर्ज कराने रायपुर सांसद सुनील सोनी के सरकारी आवास पर 130 फिट लम्बी प्रतीकात्मक रेल भेंट कर अपना विरोध दर्ज करने पहुंचे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के 9 सांसदों सहित केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुखौटे लगाकर विरोध दर्ज किया। साथ ही केंद्र सरकार के इस रवैये का जमकर विरोध किया। रायपुर सांसद सुनील सोनी इस्तीफ़ा दो के नारे भी लगाए गए। कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने कहा कि रायपुर सांसद सुनील सोनी इस मामले में पहल कर समस्या का समधान करें या अपना इस्तीफा दें। साथ ही विनोद तिवारी ने चेतावनी भी दी है कि अगर सांसद द्वारा इस समस्या पर सार्थक पहल कर समस्या दूर नहीं की जाती है तो जल्द उनका घेराव किया जाएगा।
कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने कहा कि पिछले 1 साल में 26 सौ रेल रद्द की गई हैं। ऐसा कर केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के रेल यात्रिओं के साथ अन्याय किया जा रहा है। जब चाहे ट्रेनों को रद्द कर दिया जाता है। जिससे रेल यात्रियों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि रेल यात्रियों की जेब पर लगातार डाका डालने का काम मोदी सरकार कर रही है। कभी स्पेशल ट्रेन चला कर भाड़ा बढ़ाने के नाम पर, कभी रेलवे प्लेटफार्म टिकट का शुल्क बढ़ाने के नाम पर छत्तीसगढ़ के रेल यात्रियों का शोषण किया जा रहा है और छत्तीसगढ़ के 9 भाजपा सांसद तमाशबीन बनकर बैठे हैं। जबकि केंद्र में भाजपा की ही सरकार है। छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदों को यहां की जनता के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। लेकिन ये चुपचाप तमाशा देख रहे हैं। भाजपा सांसदों की चुप्पी तकलीफदेह है।
जिसका जवाब आम जनता इन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में देगी।
छत्तीसगढ़ जोन रेलवे को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला जोन है। इसके बाद भी केंद्र सरकार यहां की सेवाएं छीन रही है। छत्तीसगढ़ के लौह खनिज और कोयला की सप्लाई के लिए मालगाड़ियों को प्राथमिकता देने जानबूझकर सवारी गाड़ी को रोका जा रहा है, जो कि छत्तीसगढ़ की जनता के अन्याय है। कांग्रेस पार्टी के सांसद और वरिष्ठ नेताओं ने समय-समय पर इस समस्या से केंद्र सरकार को अवगत कर समस्या का समधान करने कहा है लेकिन मोदी सरकार रेल को भी अपने उद्योगपति मित्र को बेचना चाहती है। इसलिए लगातार ट्रेन रद्द कर रही है। कांग्रेस इस लड़ाई को आगे भी लड़ती रहेगी और इनके मंसूबे पूरे नहीं होने देगी।