सुआ नृत्य में मयूरी की तरह खूब नाचीं मंत्री अनिला भेंड़िया…

0 गांवों को दी विकास-की सौगात

0 भेंट – मुलाक़ात के तहत पहुंच रही हैं गांव- गांव

दल्ली राजहरा (अर्जुन झा)। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया का छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति के प्रति प्रेम उस समय देखने को मिला, जब वे सुआ नृय कर रहीं ग्रामीण महिलाओं के साथ नृत्य करने लगीं. मंत्री को काफ़ी देर तक मयूरी की तरह नाचते देख ग्रामीण आल्हादित हो उठे।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन दिनों राज्य के गांवों में जाकर ग्रामीणों से भेंट मुलाक़ात व संवाद करते हुए उनकी समस्याओं का समाधान करने में लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री सूबे के सभी गांवों में तो पहुंच नहीं सकते, लिहाजा उनके मंत्रिमंडल के कुछ सदस्य भी अपने निर्वाचन क्षेत्रों में भेंट – मुलाक़ात, संवाद कार्यक्रम आयोजित करने लगे हैं. महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया भी इन्हीं मंत्रियों में शुमार हैं. अपने विधानसभा क्षेत्र डौडी लोहरा के गांवों में निरंतर भेंट मुलाक़ात संवाद कार्यक्रम आयोजित कर अनिला भेंड़िया ग्रामीणों से रूबरू होकर उनकी समस्याओं का न सिर्फ निराकरण कर रही हैं, बल्कि गांवों में अनेक विकास एवं निर्माण कार्य भी करा रही हैं. इसी क्रम में सुश्री भेंड़िया क्षेत्र के कुंआगोंदी, लिमऊडीह, सुरडोंगर, उकारी, कारूटोला आदि गांवों में पहुंची थीं. गांवों के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया. महिलाओं ने अपनी मंत्री एवं विधायक के सम्मान में लोकगीत नृत्य का आयोजन रखा था. एक गांव में महिलाएं सुआ नृत्य की प्रस्तुति दे रही थीं. उन्हें देख मंत्री अनिला भेंड़िया के दिल में लोककला संस्कृति के प्रति प्रेम हिलोरें मारने लगा. वे खुद को रोक नहीं पाई और महिलाओं के दल में शामिल होकर सुआ गीत गाते हुए नृत्य करने लगीं. सुश्री भेंड़िया काफ़ी देर तक महिलाओं के साथ मगन होकर नृत्य करती रहीं. अपनी विधायक के लोक संस्कृति प्रेम को देख ग्रामीण भावविव्हल और आल्हादित हो उठे. मंत्री अनिला भेंड़िया ने इन सभी गांवों में सड़क, नाली, सामुदायिक भवन आदि निर्माण कार्यों का भूमिपूजन व शिलान्यास किया. उन्होंने ग्रामीणों द्वारा रखी गई मांगों को जल्द पूरा करने का भरोसा दिलाया. ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार जनता के हित में समर्पित भाव से काम कर रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसान परिवार से आते हैं, लिहाजा वे गांव, गरीब, किसान के दर्द को भलीभांति समझते हैं और उनके दर्द को दूर करने की पुरजोर कोशिश भी कर रहे हैं.

रग – रग में है लोक संस्कृति

मंत्री अनिला भेंड़िया आदिवासी परिवार से हैं. सर्वविदित तथ्य है कि आदिवासी अपनी लोक संस्कृति से कभी विमुख नहीं होते. छत्तीसगढ़ में पैदा हुई और ठेठ ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी अनिला भेंड़िया की रग रग में छत्तीसगढ़ी लोककला संस्कृति रची बसी है. भेंड़िया परिवार के सदस्य उच्च शिक्षित हैं, लेकिन वे लोक परम्पराओं के प्रति आज भी उसी तरह समर्पित हैं, जैसा कि दशकों पहले थे. अनिला भेंड़िया भी छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति और परम्पराओं के प्रति समर्पण भाव रखती हैं. यही समर्पण भाव उनके सुआ नृत्य में देखने को मिला।

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