(अर्जुन झा)
जगदलपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर टाटा प्रभावित आदिवासियों की जो सैकड़ों एकड़ जमीन लौटाई गई थी, उस जमीन पर बस्तर की महिलाएं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सपने को साकार कर इमली कैंडी को आकार देंगी. इस जमीन पर स्माल फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाई गई है. जिसमें महिलाएं इमली कैंडी बनाएंगी. इस सुखद बदलाव के मद्देनजर बस्तर सांसद दीपक बैज का कहना है कि आज का दिन बस्तर के लिए बहुत बड़े गौरव का दिन रहा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुरिया दरबार में पधारे. सौगातों की झड़ी लगा दी और इमली कैंडी फूड प्रोसेसिंग प्लांट का लोकार्पण हो गया. यह बस्तर की महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में बहुत बड़ा कदम है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर लोहंडीगुडा जनपद के धुरागांव में आदिवासियों की जमीन टाटा से लौटाई गई थी। इस जमीन के कुछ हिस्से मे लघु प्रसंस्करण उद्योग की स्थापना की गई है. इसमें महिलाएं जुड़ कर लाभ ले रही हैं. इस यूनिट में महिलाओं द्वारा इमली कैंडी के उत्पादन का द्वार आज खुल गया. इसका लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया.
विदित है कि मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यकाल में आदिवासियों की हजारों एकड़ जमीन टाटा इस्पात संयंत्र को दी गई थी. वहां स्टील प्लांट की स्थापना नहीं हो पाई. जिसके बाद आंदोलन हुआ. कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने जमीन लौटाने की बात कही थी. राज्य में कांग्रेस की सरकार आने के बाद राहुल गांधी की उपस्थिति में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर जमीन आदिवासियों को वापस की गई थी. तब श्री गांधी ने मुक्त जमीन के कुछ हिस्से में लघु खाद्य प्रसंस्करण यूनिट लगवाने की घोषणा थी. जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने इसका भूमिपूजन किया था। अब इस लघु प्रसंस्करण केंद्र में इमली कैंडी बन रही है।