जगदलपुर, (अर्जुन झा)। बस्तर जिले में शिक्षा विभाग में इन दिनों सब ठीक नहीं है जिसकी झलक देखने को मिली है। बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार की अनुशंसा पर बस्तर व तोकापाल में खण्ड शिक्षा अधिकारी बदला गया है और ऐसा माना जा रहा है कि शिक्षा विभाग में जिला स्तर पर भी बड़ा खेल हो सकता है।
बस्तर जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने अपने पत्र में कहा है कि प्रशासनिक दृष्टिकोण से कलेक्टर चंदन कुमार के अनुमोदन से तोकापाल विकास खंड शिक्षा अधिकारी बलीराम बघेल को बस्तर का बीईओ बनाया गया है। बस्तर के वर्तमान ब्लाक अधिकारी अरुण देवांगन की पदस्थापना कहां रहेगी, इसको लेकर स्पष्ट आदेश नहीं हैं। बस्तर विकासखंड के व्याख्याता मोतीलाल कश्यप को तोकापाल में बीईओ बनाया गया है। शिक्षा विभाग के गलियारों में चर्चा है कि अरुण देवांगन व बलीराम बघेल मंझे हुए खिलाड़ी हो गए थे उन पर किस बाबत कार्यवाही हुई, उसको लेकर सही जानकारी सामने नहीं आई है। जिस प्रकार कलेक्टर चंदन कुमार ने आदिवासी विकास विभाग व शिक्षा विभाग में डंडा चलाया है, उसको लेकर दोनों विभागों में हड़कंप की स्थिति है। कहा जा रहा है कि तबादले खुलने के बाद शिक्षा व ट्रायबल विभाग में बड़े स्तर पर लेन देन की शिकायत सामने आई थी। संभवत: इसलिए यह कार्यवाही हुई। दूसरी तरफ प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि प्रभारवाद पर डंडा चलाया जा सकता है। जिसकी शिकायत प्रदेश स्तर पर की गई है। इसके तहत बड़े अधिकारियों को भी हटाये जाने की संभावना है। ऐसे अफसर अपने-अपने स्तर पर लॉबिंग करने में लगे हुए हैं। देखना होगा कि प्रदेश स्तर पर अभयदान मिलता है या विकेट गिरेंगे।