बालोद। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि योजनाएं धरातल पर सार्थकता से उतर रही हैं। बालोद जिले में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान तीनों विधानसभा में आम जनता से मुलाकात की। भेंट मुलाकात कार्यक्रम 4 मई से शुरू हुआ। इसका अनुभव शानदार रहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की आय में कैसे वृद्धि हो, इस सोच से हमने काम किया। कोरोना के बावजूद भी हम काम करते रहे। हर स्तर में आय में वृद्धि हुई। छत्तीसगढ़ में वो सपना पूरा हुआ।
आर्थिक उन्नति के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़े। ऐसा मॉडल हमारा मॉडल है जो गांधी जी की सोच पर चलता है। वैश्विक संकट के इस दौर में हमने पूरे देश को राह दिखाई है।
उन्होंने कहा कि जर्जर स्कूलों के लिए 500 करोड़, ग्रामीण औद्योगिक पार्क के लिए 600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बारिश के बाद सड़कों का संधारण और स्कूलों की मरम्मत का काम शुरू होगा।
मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के जवाब में कहा -जब किसान सुखी दिखते हैं तो गौरव का क्षण, बच्चे अंग्रेजी बोलते हैं तो सुख का क्षण। दुख का क्षण तब आया जब कुसुमकसा के एक किसान ने कहा कि पड़ोसी कृषक को फसल बीमा का लाभ मिला। मुझे नहीं मिला। यह नहीं होना था।
इस तरह की शिकायत को तुरंत ठीक करने निर्देश दिए हैं।
बालोद के ऎतिहासिक महत्व पर बात करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि बहादुर कलारिन ने सत्य के लिए अपने बेटे की हत्या की। वफादार कुत्ते का स्मारक आपके ही यहां है। महापाषाण स्मारक आपके यहाँ हैं। इन सभी को सहेजेंगे।
जनता से मिले फीडबैक पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी योजनाओं पर अच्छा काम हो रहा है। मैं लोगों से पूछता हूँ तो वे प्रसन्नता से बताते हैं तो मुझे लगता है कि योजनाएं धरातल पर सार्थकता से उतर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने बालोद जिले में हुनरमंद युवाओं के प्लेसमेंट के लिए चलाए जा रहे जिजीविषा कार्यक्रम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हर जिले में ऐसे कार्यक्रम चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अवैध शराब बिक्री के प्रश्न पर कहा कि ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई के निर्देश समीक्षा बैठक में दिए गए हैं।पत्रकार संघ ने भवन की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीन हेतु प्रक्रिया से नियमानुसार सोसायटी के माध्यम से आवेदन करें।