रायपुर। सीमा सुरक्षा बल कमांड मुख्यालय रायपुर के अतिरिक्त महानिदेशक श्री आशीष गुप्ता आईपीएस एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने केंद्रीय विद्यालय राखी तथा भारत माता सीनियर सेकेंडरी स्कूल नया रायपुर का भ्रमण किया और इन विद्यालयों के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के साथ वार्तालाप किया। जिसका उद्देश्य सीमा सुरक्षा बल के बारे में तथा सीमा सुरक्षा बल के इतिहास, बहादुरी की गाथाएं, परंपराएं ,त्याग और कर्तव्य परायणता के बारे में जानकारी देना था।
स्कूल के शिक्षक गण , विद्यार्थी तथा अन्य स्टाफ ने इन अधिकारियों के स्कूल के ऑडिटोरियम में आगमन पर तालियों की गड़गड़ाहट के साथ भव्य स्वागत किया। बच्चों को संबोधित करते हुए श्री आशीष गुप्ता अतिरिक्त महानिदेशक कमांड हेड क्वार्टर सीमा सुरक्षा बल रायपुर ने कहा कि हमें मालूम है कि आप लोगों ने जिन जोरदार तालियों से हमारा स्वागत किया है वे तालियां हमारे लिए नहीं बल्कि उस वर्दी के लिए है जिसे हम लोगों ने धारण कर रखा है। उन्होंने बताया कि वर्दी हम में अनुशासन ,कर्तव्य परायणता, इमानदारी ,समर्पण, सेवा, साहस ,जोश और त्याग की उच्चतम स्तर की भावना को पैदा करता है। इन्हीं कारणों से बीएसएफ जैसी फोर्स को पेसे के रूप में चुनकर विद्यार्थी अपने मूल्यवान आकांक्षाओं और सपनों को पूरा कर सकते हैं ।देश सेवा के साथ-साथ सीमा सुरक्षा बल उन्हें देश के कोने कोने में जाने तथा अलग-अलग स्थानों और संस्कृतियों को देखने तथा महसूस करने का भी अवसर प्रदान करता है और साथ ही उन्हें उनकी रूचि के मुताबिक अलग-अलग क्षेत्रों जैसे तकनीकी , युद्ध कला निशानेबाजी एडवेंचर स्पोर्ट्स इत्यादि में विशेषज्ञता हासिल करने का अवसर प्रदान करता है। राष्ट्र उन्हें उनकी सेवाओं के लिए उन्हें अच्छी मासिक वेतन एवं अन्य भत्ते तथा सुविधाएं जैसे कि घर, चिकित्सा ,यात्रा इत्यादि भी प्रदान करता है । उन्होंने विद्यार्थियों से खासकर लड़कियों से बीएसएफ को एक कैरियर के रूप में चुनने हेतु विचार करने का आग्रह भी किया।
उनके संबोधन से पहले श्री बी एस सिंधु कमांडेंट एवं श्री विजय कायरकर कमांडेंट ने केंद्रीय विद्यालय और भारत माता सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों को बीएसएफ में भर्ती प्रक्रिया , मिलने वाले सैलरी और अन्य भत्तों तथा करियर प्रोग्रेशन के बारे में जानकारी दी । इस अवसर पर बीएसएफ के ऊपर बनी एक छोटी चलचित्र का भी प्रदर्शन विद्यार्थियों के लिए किया गया। इस उत्साहवर्धक चलचित्र को विद्यार्थियों एवं शिक्षकों द्वारा काफी सराहा गया।
महिला इंस्पेक्टर ज्योति साहू और महिला सब इंस्पेक्टर मिनिस्ट्रियल लेनू ने बीएसएफ में अपनी यात्रा वृतांत और अनुभवों के बारे में बताकर विद्यार्थियों खासतौर पर लड़कियों को बहुत प्रभावित किया। उन्होंने बताया कि कैसे बीएसएफ ने उनके आत्मविश्वास ,विपरीत परिस्थितियों में कार्य करने की क्षमता, स्वतंत्रता और सामाजिक आर्थिक स्तर में बढ़ोतरी किया। कॉन्स्टेबल सुरजीत सिंह और कुछ अन्य जवानों ने भी अपने व्यक्तिगत अनुभव को विद्यार्थियों के साथ साझा करते हुए बताया कि कैसे बीएसएफ को ज्वाइन करने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो गई और गांव में उनका तथा उनके परिवार का सम्मान बढ़ गया और आज कैसे देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने हेतु कठिन कार्य करने में वे आत्म संतुष्टि महसूस करते हैं।
विद्यार्थियों के लिए आधुनिक हथियारों की एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था, जिसमें उन्हें बीएसएफ में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न आधुनिक हथियारों जैसे एके-47 एसॉल्ट राइफल, यूबीजीएल, 9 mm बरेटा, 51 एमएम मोर्टार, 5.56 एमएम इंसास राइफल तथा LMG, हैंड ग्रेनेड ,राइफल ग्रेनेड इत्यादि आधुनिक हथियारों को दिखाया गया और उनके बारे में विद्यार्थियों को बताया गया, साथ ही साथ स्टूडेंट्स को बीएसएफ द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विशेष तकनीकी यंत्रों जैसे डी एस एम डी, एच एच एम डी, HHTI, NVD इत्यादि को दिखाया गया और उनके बारे में जानकारी दिया गया। युवा विद्यार्थी इन हथियारों और यंत्रों को अपने हाथ में पकड़ने से काफी उत्साहित थे। उनका उत्साह और खुशी उनकी आंखों में स्पष्ट झलक रहा था
इस कार्यक्रम में पांचवी से 11वीं कक्षा के लगभग 700 विद्यार्थियों एवं 40 शिक्षकों और अन्य स्टाफ ने भाग लिया। इस दौरान सीमा सुरक्षा बल द्वारा विद्यार्थियों को एक स्पोर्ट्स कीट, जिसमें क्रिकेट किट और फुटबॉल शामिल है, भेंट स्वरूप प्रदान किया गया।
इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल कमांड मुख्यालय के आईजी श्री बी के मेहता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल श्री भगवान सिंह आहिरे और भारत माता सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल Sr Thomsamma ने बीएसएफ के द्वारा ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करने पर आभार व्यक्त करते हुए बताया कि इस तरह के कार्यक्रम बच्चों में बीएसएफ को एक कैरियर के रूप में चुनने में पैशन उत्पन्न करते हैं। साथ ही इस कार्यक्रम ने बच्चों को आधुनिक हथियारों और यंत्रों के बारे में जानने का मौका प्रदान किया है। बीएसएफ अधिकारियों और जवानों द्वारा विद्यार्थियों के साथ वार्तालाप उनमें गहरी देशभक्ति की भावना को भी पैदा करने में मदद करता है । उन्होंने बीएसए द्वारा राष्ट्र निर्माण के इस प्रयास की काफी सराहना एवं प्रशंसा की।