0 आम दिनों की तरह रही लोगों की दिनचर्या
जगदलपुर। नक्सलियों के जनपितुरी सप्ताह मनाने और भारत बंद का बस्तर संभाग में असर नजर नहीं आया। कुछ जगहों को छोड़कर शेष बस्तर में आम दिनचर्या सामान्य रही। जन पितुरी सप्ताह को देखते हुए कुछ जिलों में पुलिस ने अंदरूनी क्षेत्रों में सड़क, पुल पुलिया और अन्य निर्माण कार्यों में लगी मशीनों को एहतियातन नजदीकी थाना परिसरों में खड़े करवा दिया गया है।
बस्तर संभाग में नक्सली 10 जून से जन पितुरी सप्ताह मना रहे हैं। पहले दिन नक्सलियों ने भारत बंद का आह्वान किया था। बंद को देखते हुए बस्तर के सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, कांकेर, कोंडागांव जिलों में पुलिस एहतियात बरत रही है, बावजूद नक्सली कोंटा में बड़ी वारदात करने में सफल हो गए। लंबे समय बाद बीजापुर जिले में नेशनल पार्क एरिया में सुधाकर के मारे जाने के बाद बीजापुर सड़क में नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी का अहसास करवाने और भड़ास निकालने के लिए ट्रक को आग के हवाले कर दिया। वही दोबारा सालों पुराने पैतरे को अपनाते हुए नक्सलियों ने दंतेवाड़ा बीजापुर सुकमा में छिटपुट वारदातों को अंजाम दिया। नक्सली सात दिन तक जन पितुरी सफ्ताह मानते हैं, लेकिन इसका असर बस्तर में कही नही दिखा। सिर्फ बीजपुर और सुकमा में घटना के बाद अब पूरे बस्तर के नक्सल क्षेत्रों में निर्माण कार्य मे एहतियात बरती जा रही है घोर नक्सल प्रभावित जिलों दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा में नक्सली बंद को व जन पितुरी सप्ताह लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर है। नक्सल क्षेत्रों में कई दिनों से निर्माण कार्यों पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है। वही तीनो जिलो में जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। सड़क और रेलवे निर्माण कार्य में लगी मशीनरी को सुरक्षित भांसी थाने के सामने खड़ा करवा दिया गया था है। बाकी जिलों में भी ऐसा ही कदम उठाया गया है।