रायपुर। गरियाबंद में रेत तस्करों के द्वारा पत्रकारों पर की गयी प्राणघातक हमला की निंदा एवं आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार के संरक्षण में पूरे प्रदेश में रेत तश्करी जोरो पर है, रेत तस्करी के खिलाफ आवाज उठाने वाले पत्रकार एवं रेत तस्करी रोकने जा रहे पुलिस और जनता के ऊपर रेत माफिया प्राणघातक हमला कर रहे है। रेत तस्करी में भाजपा से जुड़े लोग शामिल है, जिस प्रकार से बारिश से पहले अवैध रेत खनन करके भंडारण की खबरे आ रही है ये बेहद चिंताजनक है। गरियाबंद जिला में पत्रकारों के ऊपर प्राणघातक हमला हुआ है उसके पहले जगदलपुर में खनन माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाने वाले पत्रकारों के ऊपर गांजा तस्करी का फर्जी मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार करवाया गया, सरगुजा में रेत तस्करी रोकने गये पुलिस के जवानों के ऊपर हमला हुआ, आरंग, राजनांदगांव, बिलासपुर, रायगढ़, जगदलपुर सहित पूरे प्रदेश में रेत माफिया, खनन माफिया की गुंडागर्दी से जनता दहशत में है। रेत तस्कर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचा ही रही है आम जनता भी रेत तस्करों के कारण अपना घर बनाने का सपना पूरा नहीं कर पा रहे है। छत्तीसगढ़ से रेत तस्कर, तश्करी करके छत्तीसगढ़ के अन्य राज्यों को पहुंचा रही है और काली कमाई कर रहे है। ऐसा लगता है कि भाजपा और रेत तस्करों के बीच में गठबंधन हो गया है। जिला प्रशासन, खनिज विभाग, पुलिस प्रशासन भी रेत तस्करी करने वालों के आगे नतमस्तक है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूरे प्रदेश में अवैध माइनिंग का कारोबार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के संरक्षण में फल-फूल रहा है। खनन माफिया भारतीय जनता पार्टी के सरकार में इतने बेफिक्र हो गए हैं की खुलेआम माइनिंग अधिकारियों कर्मचारियों की पिटाई कर रहे हैं। बलरामपुर की घटना पहली नही है, इसके पहले भी गरियाबंद में खनिज इंस्पेक्टर सहित अनेकों कर्मचारियों की पिटाई रेत माफिया ने किया था। रायपुर जिले के आरंग के पास समोदा के हरदीडीह रेत घाट में खनिज विभाग के 16 अधिकारी, कर्मचारियों को अवैध खनन माफिया के लोगों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था। उसके बाद खनिज विभाग के कर्मचारियों के द्वारा सील की गई मशीन खुलवाई गई और कार्यवाही का पत्रक भी फाड़ दिया। कार्यवाही के नाम पर प्रशासन लीपा-पोती किया गया था। ना मशीनें जप्त की गई और न ही गाड़ियां। इससे बेहद स्पष्ट है कि अवैध खनन माफियाओं को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। सरकार की इस ढिलाई का नतीजा है। पूरे प्रदेश में रेत माफिया, खनन माफिया बेलगाम हो चुका है। रायगढ़ में कोयले के कारोबार में घंटो गोली बारी हुई थी। प्रदेश के एक वरिष्ठ मंत्री के नजदीकी इसमें शामिल थे।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने ठोस पॉलिसी बनाई थी, खनिज विकास निगम की निगरानी में प्रदेश के सभी 450 रेत खदानों में पारदर्शिता पूर्ण व्यवस्था बनाई थी। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय रेत खदानों में लोडिंग चार्ज अधिकतम 450 रूपए था, जो अब भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के चलते हैं 2000, 3000 और 5000 तक वसूले जा रहे हैं, जिस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है या अघोषित रूप से संरक्षण है?