० कैट और मेटा ने व्यापार सखी कार्यक्रम लॉन्च किया महिला व्यापारियों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की पहल
० प्रधानमंत्री मोदी के महिला-नेतृत्व वाले विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप कदम
रायपुर। देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मेटा के साथ मिलकर ‘व्यापार सखी’ नामक राष्ट्रीय मिशन की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य देशभर की महिला व्यापारियों को डिजिटल तकनीक के माध्यम से सशक्त बनाना है।
कैट की महिला प्रदेश अध्यक्ष मधु अरोरा, महिला प्रदेश महामंत्री पिंकी अग्रवाल एवं महिला प्रदेश कोषाध्यक्ष प्रेरणा भट्ट ने बताया कि इस कार्यक्रम का शुभारंभ नई दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में किया गया, जिसमें राजधानी दिल्ली की 100 से अधिक महिला उद्यमियों ने भाग लिया और अपनी प्रेरणादायक उद्यमिता की कहानियाँ साझा कीं।
इस अवसर पर चाँदनी चौक से सांसद एवं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ‘व्यापार सखी’ कार्यक्रम शुरू किया गया है, जो खासकर छोटे शहरों और ग्रामीण भारत की महिलाओं को डिजिटल तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित करेगा। इस पहल के तहत महिलाओं को सोशल मीडिया का प्रभावी उपयोग सिखाया जाएगा ताकि वे अपने व्यापार को बढ़ा सकें। इसके साथ ही, कैट एक मैचमेकिंग प्रणाली विकसित करेगा जो महिला उत्पादकों को देश भर के संभावित खरीदारों से जोड़ेगा, जिससे उनके उत्पादों को नई बाजार संभावनाएं और व्यापक दृश्यता मिलेगी। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
‘व्यापार सखी’ कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएँ:
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सात भारतीय भाषाओं में स्थानीय स्तर पर अनुकूलित डिजिटल प्रशिक्षण
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डिजिटल स्टोरफ्रंट स्थापित करने और प्रबंधन के लिए व्यावहारिक कार्यशालाएँ
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प्रमुख शहरों और उभरते व्यापारिक केंद्रों में कौशल विकास सत्र
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वित्तीय स्वतंत्रता और समावेशी उद्यमिता पर विशेष जोर
मेटा इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट एवं पब्लिक पॉलिसी हेड शिवनाथ ठुकराल ने कहा, “‘व्यापार सखी’ प्रधानमंत्री मोदी की नारी शक्ति और महिला नेतृत्व वाले विकास के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। कैट और मेटा की यह साझेदारी दर्शाती है कि पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से डिजिटल भारत में महिला उद्यमियों को कैसे सशक्त बनाया जा सकता है।”
इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को डिजिटल उपकरणों, नेटवर्क और कौशल से लैस करना है, ताकि वे आज की अर्थव्यवस्था में सफल हो सकें और एक अधिक समावेशी, सशक्त और जुड़े हुए भारत का निर्माण हो सके।