० रायकेरा देवड़ा की राशन दुकान में ग्रामीणों से छल
(अर्जुन झा) बकावंड। विकासखंड बकावंड की राशन दुकानों में चना घोटाले के बाद अब शक्कर घोटाले के मामले भी सामने आने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत रायकेरा देवड़ा से सामने आया है। ग्राम पंचायत रायकेरा देवड़ा की उचित मूल्य की दुकान के आश्रित करीब 400 उपभोक्ताओं को ज्यादा पैसे लेकर कमशक्कर देने की शिकायत सामने आई है। ग्रामीणों ने बताया कि ज्यादातर उपभोक्ताओं को 300 ग्राम तो किसी को 400 ग्राम शक्कर देकर वितरण पंजी में 1-1 किलोग्राम शक्कर वितरण दर्ज किया गया है। उपभोक्ताओं से शक्कर की कीमत भी ज्यादा वसूली गई है। इस राशन दुकान का संचालन मां दंतेश्वरी सरस्वती स्व सहायता समूह द्वारा किया जाता है। ग्रामीणों के मुताबिक यह समूह राशन वितरण में लगातार गड़बड़ी करता आ रहा है। हर माह ग्रामीणों के हिस्से के चावल, शक्कर, चना आदि में गोलमाल किया जाता है। खाद्य विभाग के सहयोग से बकावंड विकासखंड की दर्जनों पंचायतों में शक्कर वितरण में गोलमाल किया जा रहा है बताते है कि खुले में उपभोक्ताओं के हिस्से की शक्कर को ज्यादा दर पर किराना दुकानों या साधन संपन्न लोगों के पास बेच दी जाती है। उल्लेखनीय है कि बकावंड विकासखंड में कुछ माह पहले ही चने की कालाबाजारी का बड़ा मामला उजागर हुआ था। शासन स्तर से शुरूआती चार माह के चने का आवंटन नहीं हुआ था। इसका एकमुश्त आवंटन बाद के माह में हुआ था। तब राशन दुकान संचालकों ने उपभोक्ताओं को पूरे चार माह के चार चार पैकेट चना न देकर किसी को एक तो किसी को दो पैकेट थमा दिए थे। ऐसा करके पचासों क्विंटल चने की गड़बड़ी की गई थी। इसमें भी खाद्य विभाग की संदिग्ध भूमिका रही है। विभाग ने जांच के नाम पर लीपापोती कर दी थी।
जनपद सदस्य खेमेश्वरी ने की शिकायत
रायकेरा देवड़ा की राशन दुकान में कम शक्कर देकर ज्यादा पैसे लिए जाने की शिकायत ग्रामीणों ने बकावंड जनपद के क्षेत्र क्रमांक 18 की सदस्य खेमेश्वरी कश्यप से की थी। इसके बाद जनपद सदस्य खेमेश्वरी कश्यप ने मामला खाद्य विभाग के संज्ञान में लाया। आज खाद्य निरीक्षक हेमंत कुमार रायकेरा ग्राम पंचायत रायकेरा देवड़ा पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों और राशन दुकान संचालक के बयान लिए, खाद्यान्न स्टॉक एवं वितरण पंजी की जांच की।
मौके पर की है जांच
खाद्य विभाग को रायकेरा देवड़ा की राशन दुकान के खिलाफ शिकायत मिली थी। मैंने पूरे मामले की जांच की है। जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।
-हेमंत कुमार,
खाद्य निरीक्षक बकावंड