0 नक्सल प्रभावित इलाके में पीएमजीएसवाय के अफसरों के कामकाज पर सवाल
(कृष्णा मंडल)दंतेवाड़ा। नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले की नेरिली कमली भांसी प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क बेहद जर्जर हालत में पहुंच चुकी है। पीएमजीएसवाय विभाग के अधिकारी इस ओर से आंखें फेरे हुए बैठे हैं। सड़कों की मरमत पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है विभाग के अफसरों को शायद बड़ी दुर्घटना का इंतजार है।
बरसात में इस सड़क को पानी के तेज बहाव ने पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है, पूरा साल बीत चुका है और बरसात का सीजन फिर से आ चुका है, लेकिन अब तक विभाग के अधिकारी इस सड़क की मरमत तो दूर की बात जायजा लेने भी अब तक नहीं पहुंचे हैं। इस सड़क परi रोजाना सैकड़ों वाहन दौड़ते हैं। इसी सड़क से भांसी, नेरली, कमली, दुगेली के आदिवासी ग्रमीण मजदूरी के के लिए आते जाते हैं, स्कूलीi बच्चों से लेकर शिक्षक भी इस सड़क से आना जाना करते हैं। यह सड़क प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनाई गई है। इस कारण ही हो सकता है कि विभाग इन सड़कों की मरमत की योजना नही बनाता है। नेरली से कमेली तक सफर तय करने के लिए ग्रमीणों को जर्जर सड़क से जान जोखिम में डालना पड़ती है। नेरली स्कूल के पास लेकर बड़े कमेली तक सड़क की हालत खराब है। बड़े कमेली में उर्मिला तामो के घर के आगे जो पुल निर्माण किया गया है उस स्थान पर जीएसवी नही किया गया है। इसके चलते दो वाहनों का एकसाथ निकलना मुश्किल हो गया है। सड़कों की मरम्मत के लिए सरकार हर साल करोड़ो रूपये खर्च करती है लेकिन विभाग इन सड़कों की मरम्मत के लिए मिलने वाली की रकम को अधिकारी हजम कर रहे हैं। दंतेवाड़ा जिले के कई गांवों में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनी सड़कों की हालत गंभीर है, जो मरम्मत के इंतजार में हैं।