० आवंटन की तीसरी किश्त न मिलने से बिगड़े हालात
(अर्जुन झा)बकावंड। करीब डेढ़ दर्जन छात्रावासों के सैकड़ों विद्यार्थी भुखमरी के दौर से गुजर रहे हैं। सरकार से मिलने वाली अनुदान राशि की तीसरी किश्त न मिलने से ऎसी नौबत आई है। ये सारे हॉस्टल्स स्वयंसेवी संगठनों द्वारा संचालित हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार माता रुक्मणि सेवा संस्थान द्वारा संचालित गर्ल्स हॉस्टल डिमरापाल, तोकापाल, मिडिल स्कूल बॉयज हॉस्टल बड़े किलेपाल, मिडिल गर्ल्स आश्रम मूतनपाल बास्तानार एवं मिडिल गर्ल्स आश्रम बास्तनार, पं. मोतीलाल नेहरू प्रायमरी गर्ल्स आश्रम बकावंड समेत करीब 16 आश्रम छात्रावासों का आवंटन रोक दिया गया है। धनाभाव के चलते इन तमाम आश्रमों और छात्रावासों में भोजन बनना लगभग बंद हो गया है। दुकानदारों ने हॉस्टल संचालकों को उधार में राशन देना बंद कर दिया है। किसी हॉस्टल में विद्यार्थियों को दिन में एकबार तो कहीं दो दिन में एकबार भोजन परोसा जा रहा है। सुबह का नाश्ता तो बंद ही कर दिया गया है। इन सभी आश्रम छात्रावासों में अनुसूचित जाति जनजाति के विद्यार्थी रहकर पढ़ाई करते हैं। सूत्रों की मानें तो पालक अपने बच्चों को आश्रम छात्रावासों से निकाल कर घर ले जाने लगे हैं। बताया गया है कि इन आश्रम छात्रावासों में विद्यार्थियों के भोजन, नाश्ता, साबुन आदि के लिए शासन द्वारा फंड उपलब्ध कराया जाता है। शासन ने फंड की तीसरी किस्त रोक दी है। इस वजह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। संचालक परेशान हैं।
वर्सन
राज्य से आना है आवंटन
हमने समय पर ही सारी प्रक्रियाएं पूर्ण कर आवंटन प्रस्ताव शासन को भेज दिया है, अब अलाटमेंट रायपुर से आना है।
-गणेश शोरी,
सहायक आयुक्त, आदिम जाति कल्याण विभाग