0 उर्जा सचिव डॉ. रोहित यादव ने की बस्तर में विद्युत विस्तार की समीक्षा
जगदलपुर। राज्य शासन के उर्जा सचिव डॉ. रोहित यादव ने कहा है कि बस्तर अंचल में विद्युत सुविधाओं के विस्तार के लिए सकारात्मक पहल कर मुख्यमंत्री विद्युत अधोसंरचना योजनांतर्गत स्वीकृत नए कार्यों को तेजी के साथ संचालित किया जाए और अद्यतन प्रगति लाकर नियत अवधि में पूर्ण करें। नियद नेल्लानार योजना क्षेत्रों में विद्युतीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर डॉ. यादव ने जोर दिया।
ऊर्जा सचिव डॉ. रोहित यादव ने मुख्यमंत्री मजरा-टोला विद्युतीकरण योजना के तहत अंदरूनी ईलाके के पहुंच वाली बसाहटों एवं मजरे-टोले में विद्युतीकरण के लिए विशेष तौर पर ध्यान केंद्रीत करने की हिदायत दी। डॉ. यादव शुक्रवार को जगदलपुर कलेक्टोरेट के प्रेरणा सभागार में बस्तर परिक्षेत्र में विद्युत सुविधा विस्तार कार्यों की विस्तृत समीक्षा बैठक ले रहे थे। डॉ. यादव ने बस्तर परिक्षेत्र के अंतर्गत पारेषण, प्रोजेक्ट और वितरण कंपनी के संभागीय कार्यालयों के अधीन स्वीकृत, प्रगतिरत और वर्तमान में अप्रारंभ कार्यों की विस्तारपूर्वक जानकारी ली और इन कार्यों को योजनाबद्ध ढंग से नियमित तौर पर संचालित कर नियत समयावधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अंदरूनी इलाकों विशेषकर सुकमा जिले के जगरगुंडा और बीजापुर जिले के गंगालूर एवं भद्रकाली विद्युत उपकेंद्र स्थापना कार्य को जल्द पूर्ण करने पर जोर देते हुए कहा कि इन उपकेंद्रों की स्थापना से दूरस्थ ईलाके की बड़ी आबादी को निर्बाध विद्युत आपूर्ति हो सकेगी। वहीं कोंडागांव जिले के जामगांव में 132/33 केव्ही विद्युत उपकेंद्र निर्माण में भी अद्यतन प्रगति लाने कहा। उर्जा सचिव ने क्षेत्र की आवश्यकता के मद्देनजर सुकमा जिले के चिंतागुफा में विद्युत उपकेंद्र स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत करने कहा। उन्होंने बस्तर परिक्षेत्र के अंतर्गत चल रहे विद्युत विस्तार संबंधी अन्य निर्माण कार्यों को भी पूर्ण करने ध्यान केंद्रित किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही शहरी विद्युतीकरण प्रोजेक्ट के कार्यों में भी अद्यतन प्रगति लाने के निर्देश दिए।
लाईन लॉस कम करने पर जोर
उर्जा सचिव ने बिजली बचत के लिए लाईन लॉसेस कम करने पर जोर देते हुए कहा कि ट्रांसफार्मर एवं लाईन संधारण के लिए ज्यादा पहल करें। नियमित पेट्रोलिंग एवं मेंटेनेंस पर अधिक ध्यान दें, ताकि निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने फटल एक्सीडेंट को रोकने के लिए निर्धारित एसओपी का परिपालन करने सहित अमले को हमेशा सजग रखने कहा।
निपटएं सुशासन तिहार के आवेदन
उर्जा सचिव ने सुशासन तिहार में आम जनता से प्राप्त आवेदनों का प्राथमिकता से निराकरण करने कहा और घरेलू विद्युत कनेक्शन एवं सिंचाई पंपों के विद्युतीकरण के लिए आवश्यक पहल करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान अवगत कराया गया कि बस्तर परिक्षेत्र के अंतर्गत कुल 3741 ग्रामों में से 3210 विद्युतीकृत ग्रामों एवं मजरे-टोले में 08 लाख चार हजार 733 उपभोक्ताओं को विद्युत सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं अंदरूनी ईलाके के 531 ग्रामों एवं मजरे-टोले में सौर सयंत्र द्वारा बिजली सुविधा सुलभ कराई जा रही है। सुशासन तिहार में प्राप्त 8832 मांग संबंधी आवेदन पत्रों में से 8044 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है साथ ही शिकायत के कुल 313 आवेदनों में से 303 आवेदन पत्रों का निराकरण किया गया है। बैठक में अमले की जरूरत, आवश्यक संसाधन एवं विद्युत देयकों की वसूली इत्यादि के बारे में विस्तृत समीक्षा की गई। इस मौके पर छत्तीसगढ़ पॉवर कम्पनी के वरिष्ठ अधिकारियों सहित बस्तर अंचल के सभी संभागीय अभियंता और सहायक अभियंता मौजूद रहे।