कांग्रेस ने भ्रष्टाचार करने में छत्तीसगढ़ की संस्कृति को भी नहीं छोड़ा : टंकराम वर्मा

0 बोरे बासी के कार्यक्रम में भी भ्रष्टाचार कर कांग्रेस ने अक्षम्य अपराध किया : टंकराम वर्मा

रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने बोरे-बासी दिवस के महज एक साल (सन् 2023) के आयोजन में हुए करोड़ों रुपए के घोटालों के खुलासे पर कांग्रेस और उसकी पिछली भूपेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। श्री वर्मा ने कहा कि यह खुलासा बताता है कि भूपेश सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार करके रख दी थीं और जहाँ मौका मिला, वहाँ सरकारी खजाने में डाका डालते हुए जन-धन की खुली लूट मचाकर प्रदेश का बेड़ा गर्क करके रख दिया। भूपेश सरकार ने ‘छत्तीसगढ़िया’ का ढिंढोरा तो खूब पीटा लेकिन छत्तीसगढ़ के खान-पान, रहन-सहन और संस्कृति को कलंकित कर छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

प्रदेश के राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इन दिनों भ्रष्टाचार को लेकर किए जा रहे प्रलाप को मिथ्याचारिता की पराकाष्ठा बताते हुए कहा कि बघेल को भ्रष्टाचार पर कुछ भी बोलने का नैतिक अधिकार नहीं रह गया है। बघेल के बोरे-बासी दिवस में सिर्फ एक दिन में हुए खर्च के दस्तावेज से साफ हो गया है कि भ्रष्टाचार किस हद तक कांग्रेस और उसके नेताओं के डीएनए में रचा-बसा था। भ्रष्टाचार का अंतहीन सिलसिला जिस भूपेश सरकार की सरपरस्ती में चला, आज बघेल भाजपा की प्रदेश सरकार पर किस मुँह से भ्रष्टाचार का मिथ्या दोष मढ़ रहे हैं? श्री वर्मा ने कहा कि बोरे-बासी खाना सिखाने के 5 घंटे के एक दिन कार्यक्रम में 8.14 करोड़ रु. खर्च कर दिए गए! 1.10 करोड़ रुपए में बनाए गए 6 डोम में 75 लाख रुपए का खाना परोसा गया, 27 लाख रुपए का पानी पिलाया गया, 13 लाख रुपए की छाछ आई और 82 लाख रुपए की टोपी पहनाई गई। यह तो सिर्फ 2023 के एक दिन का लेखा-जोखा है, इससे पहले के 2019 से 2022 तक के चार सालों का हिसाब लगना तो अभी बाकी है। श्री वर्मा ने इस बात पर हैरानी जताई कि इस कार्यक्रम में खर्च के जो कागज बोल रहे हैं, और जो हकीकत सामने आई है, उससे भ्रष्टाचार की सारी पोल खुली है। सूचना के अधिकार से इस कार्यक्रम के दस्तावेज निकाले गए तो पता चला कि इस कार्यक्रम में मजदूर महज 15 हजार आए थे। 5 रुपए बोतल वाला पानी 18 रुपए में खरीदा गया। 6 की जगह सिर्फ 4 डोम बने थे। 150 अतिथियों को 10-10 हजार रुपए का मोमेंटो दिया गया, जिसकी कीमत 4 हजार रुपए है। कुर्सियाँ भी 10-12 हजार ही लगी थीं।

प्रदेश के राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि जिस कांग्रेस में संगठन के खजाने तक में डाका डालने में कांग्रेसियों को कोई हिचक और शर्म महसूस नहीं होती, उस कांग्रेस की पिछली भूपेश सरकार ने सरकारी खजाने को उलीचने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी, यह तथ्य इस और इस प्रकार के आयोजनों और उसके पश्चात एजेंसियों को किए गए बेहिसाब भुगतानों से पता चलता है। ये सारे घोटाले सरकार और उसके नुमाइन्दों द्वारा किए गए। उन एजेंसियों ने जैसा चाहा, वैसा बिल दिया और भुगातान भी लिया। बिना किसी पड़ताल के एजेंसियों को करोड़ों के बिल आँख मूंदकर स्वीकृत किए और भुगतान भी किए। श्री वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली प्रदेश कती बाजपा सरकार इस मामले पर गंभीर है और भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते सभी दोषियों को उनकी सही जगह भेजा जाएगा।

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